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भारत के आखिरी गांव माणा में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन, SC के वरिष्ठ जज हुए शामिल

सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित की अध्यक्षता में सीमांत गांव माणा में बहुउद्देशीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में विधिक जानकारी के साथ लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया गया. उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक न्याय पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है.

Legal Services Camp held in mana village of Chamoli
गांव माणा में विधिक जागरूकता शिविर
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Published : May 25, 2022, 8:35 PM IST

Updated : May 25, 2022, 8:46 PM IST

चमोलीः भारत के सीमांत गांव माणा में आज बहुउद्देशीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष उदय उमेश ललित ने शिरकत की. शिविर में विधिक जागरूकता के साथ जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई. इस दौरान विभिन्न विभागों के स्टॉल पर जनसमस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया. साथ ही लोगों को योजनाओं से भी लाभान्वित किया गया.

दरअसल, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, सर्वोच्च न्यायालय (नालसा) और उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायालय नैनीताल के तत्वावधान में माणा गांव के निकट गढ़वाल स्काउट के मैदान में बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया. सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित का सीमांत गांव माणा पहुंचने पर ग्रामीणों ने भोटिया (पौणा) नृत्य और संस्कृति महाविद्यालय के छात्रों ने स्वास्थि वाचन व गढ़वाल स्काउट ने मधुर बैंड की धुन के साथ भव्य स्वागत किया. स्थानीय विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए.

भारत के आखिरी गांव माणा में विधिक जागरूकता शिविर.

ये भी पढ़ेंः अदालत में स्थानीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने की जरूरत, इससे न्याय प्रणाली में भरोसा बढ़ेगा

न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उदेश्य हर जरूरतमंद लोगों तक सुगमता से न्याय पहुंचाना है. इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर नालसा, राज्य स्तर पर सालसा, जिले स्तर पर विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है. ताकि हर नागरिक को सुगमता से न्याय मिल सके. उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को सवैंधानिक अधिकार और न्याय मिलना चाहिए.

सीमांत क्षेत्रों में विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक न्याय पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है. इस दौरान न्यायमूर्ति ने शिविर में लगे सरकारी विभागों के स्टालों का निरीक्षण करते हुए दिव्यांगजनों को वैशाखी, व्हील चेयर और कंबल भी वितरित किए. वहीं, राइका पांडुकेश्वर और बडागांव को स्पोर्ट्स किट प्रदान किए. इससे पहले उन्होंने बदरीनाथ धाम में पूजा अर्चना कर देश की खुशहाली की कामना की.

ये भी पढ़ेंः वन अनुसंधान केंद्र ने संरक्षित कीं 40 से ज्यादा जड़ी-बूटियां, माणा में बनाया हर्बल गार्डन

नैनीताल हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति एसके मिश्रा ने मुख्य अतिथि वरिष्ठ न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित (Supreme Court Senior Justice Uday Umesh Lalit) को रुद्राक्ष का पौधा, स्मृति चिन्ह और शाल भेंट किया. जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेंद्र दत्त ने विधिक सेवाओं की विस्तार से जानकारी दी. वहीं, गढ़वाल स्काउट एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों के स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवा वितरित की.

चमोलीः भारत के सीमांत गांव माणा में आज बहुउद्देशीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष उदय उमेश ललित ने शिरकत की. शिविर में विधिक जागरूकता के साथ जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई. इस दौरान विभिन्न विभागों के स्टॉल पर जनसमस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया. साथ ही लोगों को योजनाओं से भी लाभान्वित किया गया.

दरअसल, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, सर्वोच्च न्यायालय (नालसा) और उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायालय नैनीताल के तत्वावधान में माणा गांव के निकट गढ़वाल स्काउट के मैदान में बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया. सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित का सीमांत गांव माणा पहुंचने पर ग्रामीणों ने भोटिया (पौणा) नृत्य और संस्कृति महाविद्यालय के छात्रों ने स्वास्थि वाचन व गढ़वाल स्काउट ने मधुर बैंड की धुन के साथ भव्य स्वागत किया. स्थानीय विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए.

भारत के आखिरी गांव माणा में विधिक जागरूकता शिविर.

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न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उदेश्य हर जरूरतमंद लोगों तक सुगमता से न्याय पहुंचाना है. इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर नालसा, राज्य स्तर पर सालसा, जिले स्तर पर विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है. ताकि हर नागरिक को सुगमता से न्याय मिल सके. उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को सवैंधानिक अधिकार और न्याय मिलना चाहिए.

सीमांत क्षेत्रों में विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक न्याय पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है. इस दौरान न्यायमूर्ति ने शिविर में लगे सरकारी विभागों के स्टालों का निरीक्षण करते हुए दिव्यांगजनों को वैशाखी, व्हील चेयर और कंबल भी वितरित किए. वहीं, राइका पांडुकेश्वर और बडागांव को स्पोर्ट्स किट प्रदान किए. इससे पहले उन्होंने बदरीनाथ धाम में पूजा अर्चना कर देश की खुशहाली की कामना की.

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नैनीताल हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति एसके मिश्रा ने मुख्य अतिथि वरिष्ठ न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित (Supreme Court Senior Justice Uday Umesh Lalit) को रुद्राक्ष का पौधा, स्मृति चिन्ह और शाल भेंट किया. जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेंद्र दत्त ने विधिक सेवाओं की विस्तार से जानकारी दी. वहीं, गढ़वाल स्काउट एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों के स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवा वितरित की.

Last Updated : May 25, 2022, 8:46 PM IST
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