चमोली/उत्तरकाशी: इस बार मानसून की बारिश कुछ ज्यादा ही कहर बरपा रही है. पहाड़ी इलाकों में जगह-जगह भूस्खलन से रास्ते बंद हो रहे हैं. आज सुबह चमोली जिले के पीपलकोटी में पागल नाला पर जोरदार लैंडस्लाइड हो गया. इस कारण बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध है. संबंधित विभाग सड़क खोलने के लिए कड़ी मशक्त कर रहे हैं. उम्मीद है कि कुछ घंटों बाद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिया जाएगा.
चमोली जिले में बंद हुआ बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग: चमोली में स्थित बदरीनाथ हाईवे मलबा आने से फिर बाधित हो गया है. चमोली में बारिश होने से कई स्थानों पर बदरीनाथ हाईवे आये दिन अवरुद्ध हो रहा है. आज भी सुबह 7 बजे बदरीनाथ हाईवे 07 पागलनाला और बेलाकूची में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलवा आने से बाधित हो गया है. इसको खोले जाने का कार्य जारी है. फिलहाल बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब आने जाने वाले तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया हैं. इन दिनों चमोली में हो रही लगातार बारिश से अभी भी 17 मोटरमार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं. इनको खोले जाने का कार्य जारी है. जुमा मोटरपुल के स्थान पर वैकल्पिक आवाजाही के लिए पैदल पुल का निर्माण किया जा चुका है.
बदरीनाथ हाईवे पर छिनका के पास हल्की बारिश होने से हाईवे बाधित हो जा रहा है. जिसको देखते हुए एनएचआईडीसीएल के द्वारा हाईवे के दोनों ओर मशीनें लगाई गई हैं. वहीं दूसरी ओर बदरीनाथ धाम की सुगम यात्रा में (टंगड़ी) पागल नाला बीते कई वर्षों से तीर्थयात्रियों के लिए राह का रोड़ा बना हुआ है. जोशीमठ से बदरीनाथ धाम की तरफ इन दिनों ऑल वेदर सड़क परियोजना के तहत किए जा रहे हिल कटिंग के कार्य से भी लैंडस्लाइड का अधिक ख़तरा बना हुआ है. जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने संबंधित अधिकारियों को सड़कें बंद होने पर तत्काल खुलवाने के निर्देश दिये हैं.
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आया मलबा: उधर उत्तरकाशी जिले में भी भूस्खलन हुआ है. इससे यमुनोत्री की तीर्थयात्रा बाधित हुई है. उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी का कहना है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 123 ब्लॉक हो गया है. चामी के पास मलबा आने के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध है. यहां भी संबंधित विभाग मार्ग खोलकर यात्रा को सुचारू करने के प्रयास में लगे हैं. उम्मीद है कि आज मार्ग साफ करने में सफलता मिल जाएगी.
पिथौरागढ़ में भी भूस्खलन: पिथौरागढ़ जिले में धारचूला-तवाघाट-लिपुलेख मार्ग जगह-जगह भारी बोल्डर और मलबा सड़क पर आया है. इस कारण ये मार्ग बंद हैं. धारचूला के तहसीलदार अरुण कुमार ने कहा, "सड़क 5-6 स्थानों पर बंद है. रास्ता खोलने के लिए पटवारी दिनेश जोशी को टीम के साथ भेजा गया है. बंद सड़कों को खोलने के प्रयास जारी हैं।"
ये भी पढ़ें: Watch: लक्सर में सड़क बनी समुद्र तो उतरी सेना की नाव, ETV Bharat बना ऑपरेशन फ्लड लेट नाइट का हिस्सा
हरिद्वार में बाढ़ से आई आपदा: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में इस साल मानसून जमकर बरस रहा है. इससे पहाड़ी इलाकों के लोग तो परेशान हैं ही, मैदान में भी कम मुसीबत नहीं है. पहाड़ी नदियों और नालों का पानी मैदानी इलाकों में कहर बरपा रहा है. हरिद्वार के कई इलाके बाढ़ में डूब गए हैं. एक अनुमान के मुताबिक जिले की करीब 4 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. हालात इतने मुश्किल भरे हैं कि सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मैदान में उतरना पड़ा है. सेना को भी राहत और बचाव कार्य में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.