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भारत-चीन सीमा पर पहुंचे आईटीबीपी के डीजी, सुरक्षा का लिया जायजा - डीजी सुरजीत सिंह देसवाल

लद्दाख में चीनी विश्वासघात के बाद दोनों देशों के बीच माहौल वैसे ही तनावपूर्ण हैं. इन परिस्थितियों को देखते हुए भारत इस बार चीन से लगे बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम कर रहा है.

चमोली
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Published : Aug 11, 2020, 10:15 PM IST

चमोली: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के डीजी सुरजीत सिंह देसवाल ने मंगलवार को चीन सीमा पर बनी अग्रिम चौकियों का जायजा लिया. वे रविवार को यहां चार दिवसीय दौरे पर आए थे. डीजी देशवाल रविवार को 28 हिमावर जवानों के साथ फूलों की घाटी से माणा पास के लिए रवाना हुए थे.

गलवान घाटी की घटना के बाद उत्तराखंड में भारत चीन सीमा पर सुरक्षा का जायजा लेने डीजी यहां पहुंचे थे. डीजी सुरजीत सिंह देशवाल फूलों की घाटी-माणा पास (24 किमी) के दुर्गम ट्रेक से पैदल ही माणा पास पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने चीन सीमा क्षेत्र के नीती बॉर्डर का दौरा कर सीमा क्षेत्र लपथल, रिमखिम, माणा पास और नेलांग घाटी का जायजा लिया.

पढ़ें- उत्तराखंड: इंडो-चाइना सीमांत इलाकों का होगा विकास, सालाना 40 करोड़ रुपए देगी केंद्र

इस दौरान डीजी ने अग्रिम चौकियों पर तैनात हिमवारों का हौसला भी बढ़ाया. फूलों की घाटी के वन क्षेत्र अधिकारी बृज मोहन भारती ने बताया कि डीजी के साथ आईटीवीबी के 28 हिमवीर थे. इसके लिए वन विभाग से पास लिया गया था.

चमोली: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के डीजी सुरजीत सिंह देसवाल ने मंगलवार को चीन सीमा पर बनी अग्रिम चौकियों का जायजा लिया. वे रविवार को यहां चार दिवसीय दौरे पर आए थे. डीजी देशवाल रविवार को 28 हिमावर जवानों के साथ फूलों की घाटी से माणा पास के लिए रवाना हुए थे.

गलवान घाटी की घटना के बाद उत्तराखंड में भारत चीन सीमा पर सुरक्षा का जायजा लेने डीजी यहां पहुंचे थे. डीजी सुरजीत सिंह देशवाल फूलों की घाटी-माणा पास (24 किमी) के दुर्गम ट्रेक से पैदल ही माणा पास पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने चीन सीमा क्षेत्र के नीती बॉर्डर का दौरा कर सीमा क्षेत्र लपथल, रिमखिम, माणा पास और नेलांग घाटी का जायजा लिया.

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इस दौरान डीजी ने अग्रिम चौकियों पर तैनात हिमवारों का हौसला भी बढ़ाया. फूलों की घाटी के वन क्षेत्र अधिकारी बृज मोहन भारती ने बताया कि डीजी के साथ आईटीवीबी के 28 हिमवीर थे. इसके लिए वन विभाग से पास लिया गया था.

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