चमोली/देहरादून: बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी तो घोषित तक दिया था. बावजूद इसके वहां पर वहां विधानसभा सत्र या कार्यालय का संचालन न किए जाने से उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत खासे नाराज हैं. ग्रीष्मकालीन राजधानी उपेक्षा को लेकर गुरुवार को उन्होंने गैरसैंण में उप जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में सांकेतिक तालाबंदी की और अपना विरोध दर्ज कराया.
हरीश रावत के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. इस दौरान हरीश रावत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गैरसैंण को बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना. हरीश रावत का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गैरसैंण में कई विकास कार्य किए हैं, लेकिन इस सरकार ने सब पर पानी फेर दिया है. गैरसैंण में बीजेपी सरकार ने एक पैसा नहीं लगाया है.
वहीं, इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि बीजेपी गैरसैंण को राजधानी बनाने का वादा करके साल 2017 में लौटी थी, लेकिन पिछले 6 सालों से बीजेपी गैरसैंण के नाम पर जनता को धोखा ही दे रही है. बीजेपी सत्ता में रहते हुए लगातार गैरसैंण की उपेक्षा करती आ रही है. क्योंकि भाजपा सरकार ने वहां विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगाई.
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने कहा कि धामी सरकार ने चारधाम यात्रा का बहाना बनाया. वहां पर मानसून सत्र भी आयोजित नहीं किया. ऐसे में कांग्रेस पार्टी धामी सरकार से यह पूछना चाहती है कि चारधाम यात्रा 2023, 24 और 25 में भी होगी, तो क्या बीजेपी सरकार वहां सत्र आयोजित कराने को लेकर इसी प्रकार का बहाना बनाती रहेगी?
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बीजेपी ने दिया जवाब: वहीं, गैरसैंण में हरीश रावत द्वारा की गई तालाबंदी पर बीजेपी ने तंज कसा है. गदरपुर विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि हरीश रावत प्रदेश के वरिष्ठ नेता हैं, उनका राजनीतिक अनुभव बहुत ज्यादा है, उनके बारे में क्या कहा जा सकता है.
अरविंद पांडेय ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत को बहुत कुछ करना चाहिए था. लेकिन उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायतों के लिए कुछ काम नहीं किया. उनके कार्यकाल के दौरान घोटाले ही घोटाले हुए हैं. ऐसे में अभी वे इन बातों को लेकर जनता को आकर्षित नहीं कर सकते है, क्योंकि प्रदेश की जनता जानती है कि उनका हित किसमें है और उनका विकास किस में है.
अरविंद पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड में कभी कोई सरकार रिपीट नहीं होती थी. लेकिन भाजपा ने इस मिथक को तोड़ा है और दोबारा सरकार बनाई है. उन्होंने हरीश रावत को नसीहत देते हुए कहा कि हरीश रावत को अपने संगठन पर ध्यान देना चाहिए और अपने दल को मजबूत करने के प्रयास करने चाहिए.