थराली: शनिवार को कुलसारी में सड़क चौड़ीकरण में प्रभावित होने वाले भवन स्वामी और व्यापारियों के बीच एक बैठक आहूत की गई, जिसमें सभी लोगों ने एक स्वर में स्वर मिलाकर विकास में आड़े ना आने की बात कही. वहीं, प्रभावितों ने कहा कि जिन लोगों के भवन या व्यापारिक प्रतिष्ठान की भूमि अधिग्रहण के अंतर्गत आते हैं, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए. जिससे उन्हें कोई तकलीफ नहीं हो.
दरअसल ग्वालदम सड़क चौड़ीकरण को लेकर पिछले हफ्ते तहसील थराली में जनसुनवाई हुई थी. उस दौरान जनसुनवाई में सही जानकारी नहीं मिलने पर क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. तहसील प्रशासन और बीआरओ के आलाधिकारियों ने पिछली जनसुनवाई में जानकारी देते हुए बताया था कि सड़क के मध्य बिंदु से 12 मीटर ऊपर और 12 मीटर नीचे की भूमि का अधिग्रहण होना है, जिससे ग्वालदम से लेकर कर्णप्रयाग तक की सैकड़ों भवन, सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रहे हैं.
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वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण के बाद जहां थराली, तलवाड़ी, ग्वालदम समेत कई बाजारों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. वहीं कई आवासीय मकान भी सड़क चौड़ीकरण की जद में आ जाएंगे. ऐसे में स्थानीय लोगों के रोजगार और आवसीय व्यवस्थाओं पर भी खतरा मंडराने लगा है.
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इस बैठक में एक समन्वय समिति का गठन भी किया गया है, जो पिंडर के सभी व्यापारियों, भवन स्वामियों और प्रभावितों से मुलाकात करेगी और उनकी समस्या को सुनकर उन्हें प्रदेश सरकार तक पहुंचाने का काम करेगी. वहीं, कुलसारी में संघर्ष समिति का अध्यक्ष खिलाप सिंह बिष्ट और सचिव महिपाल भंडारी को बनाया गया है.