चमोली: बदरीनाथ डीएफओ की एकतरफा कार्रवाई के विरोध और वन आरक्षियों के उत्पीड़न के खिलाफ आज चमोली और रुद्रप्रयाग के वन कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी जुलूस के साथ वन प्रभाग के परिसर पहुंचे और शीघ्र वन आरक्षी नारायण सिंह रावत के निलंबन को वापस लेने की मांग उठाई. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पर कार्रवाई नहीं हो जाती, यह आंदोलन जारी रहेगा.
बता दें कि नंदप्रयाग क्षेत्र के अंतर्गत वन बीट में इसी साल फरवरी में पेड़ों के अवैध कटान मामले में वन आरक्षी नारायण सिंह रावत को निलंबित किया गया था. वहीं, मौजूदा समय में वह बदरीनाथ वन प्रभाग के मध्य पिंडर रेंज थराली में संबद्ध है. वन आरक्षी संगठन का आरोप है कि वन विभाग की ओर से पीड़ित को प्रत्यावेदन तक का मौका नहीं दिया गया.
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वहीं, अभी तक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक किए बिना कर्मचारी को निलंबन की कार्रवाई से जूझना पड़ रहा है. इस बीच उन्हें आधा वेतन भी निर्गत नहीं की गई. जिससे कर्मचारी को मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न से गुजरना पड़ रहा है.
ऐसे में इस मामले को लेकर आज शनिवार को चमोली और रुद्रप्रयाग के वन आरक्षी जुलूस के साथ बदरीनाथ वन प्रभाग परिसर में पहुंचे और यहां धरना-प्रदर्शन किया गया. संगठन के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह बर्त्वाल ने कहा कि यदि मामले में निष्पक्ष जांच और कर्मचारी की बहाली शीघ्र नहीं की गई तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा.