थरालीः चमोली के थराली विकासखंड में एक गरीब परिवार ने अधिकारियों और ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. इतना ही नहीं अब परिवार थराली खंड विकास कार्यालय के बाहर अपने हक की आवाज उठाने के लिए धरने पर बैठ गया. उनका आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची से हटा दिया गया है. ऐसे में उसका परिवार इस योजना से वंचित हो गया है.
दरअसल, मामला थराली के कसबीनगर ग्रामसभा का है. जहां बलवंत राम की धर्मपत्नी खिमुली देवी का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में आया था. लेकिन उसके बाद फिर अचानक से नई सूची जारी हुई और बलवंत राम की पत्नी को पात्र से अपात्र बना दिया गया. बलवंत राम दिहाड़ी-मजदूरी कर अपना गुजर बसर कर रहे हैं. बलवंत राम का परिवार बीपीएल कार्ड धारक है.
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बलवंत का आरोप है कि गौशाला से लेकर मकान के लिए वो कई बार आवेदन करते हैं, लेकिन कभी नाम आता है तो कभी काट दिया जाता है. ऐसे में तंग आकर उन्हें अपने बच्चों और पोतों के साथ ब्लॉक मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है.
वहीं, बलवंत राम के छोटे बेटे नरेश का कहना है कि उनके परिवार का नाम आवास सूची से हटाया गया. उन्होंने गांव में योजनाओं के नाम पर चल रहे कार्यों की जांच जब खंड विकास कार्यालय से कराई. जिसके बाद विभागीय अधिकारी जांच के लिए एक गांव भी आए. वहीं, परिवार इस जांच से भी असंतुष्ट हैं.
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ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पर मढ़े आरोपः उन्होंने ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में कई अपात्र व्यक्तियों को आवास योजना का लाभ मिला है, लेकिन पात्र होने के बावजूद भी उनका नाम इस लिस्ट से मिलीभगत से गायब कर दिया गया. जिसे लेकर वो धरना दे रहे हैं. हालांकि, बाद में खंड विकास अधिकारी के जांच के आश्वासन के बाद ये परिवार धरने से उठ गया.