चमोली: केदारनाथ की तर्ज पर अब बदरीनाथ धाम को भी मास्टर प्लान के तहत विकसित करने की कवायद शुरू हो गई है. बदरीनाथ धाम में प्रस्तावित निर्माण कार्यो को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जोशीमठ में बाजार स्थित एचसीसी कार्यालय में आईएनआई कंपनी के कन्सल्टेंट एवं संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में बदरीनाथ धाम में प्रभावित होने वाली परिसंपत्तियों और उनके विस्थापन को लेकर गहनता से चर्चा की गई.
पढ़ें- रविवार से नैनीताल में पर्यटक उठा सकेंगे रोप-वे का लुत्फ, पहले दिन फ्री में सफर
जिलाधिकारी ने आईएनआई डिजायन कंपनी के कन्सल्टेंट की नगर पंचायत, जल संस्थान, जल निगम, विद्युत, सिंचाई, बीएसएनएल, नमामि गंगे आदि विभिन्न विभागों के साथ समन्वय बैठक करते हुए बदरीनाथ में मौजूदा विभागीय परिसंपत्तियों के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही मास्टर प्लान में विभागीय जरूरतों को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए.
डीएम ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के माध्यम से बदरीनाथ में हाइड्रोलाॅजिकल सर्वे भी कराया गया है. साथ ही उन्होंने आईएनआई डिजायन कंपनी के कन्सल्टेंट को रविवार से सभी संबंधित विभागों के साथ अलग-अलग बैठक करते हुए मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित कार्यों पर चर्चा करने तथा इसका फीडबैक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. बैठक में आईएनआई कंपनी के कन्सल्टेंट धर्मेश गंगानी ने मास्टर प्लान को लेकर विस्तार से जानकारी दी.