चमोली: देवस्थानम बोर्ड बनने से पहले बदरी केदार मंदिर समिति (BKTC) में बगैर विज्ञप्ति जारी किए 17 पदों पर नौकरी देने का मामला तूल पकड़ने लगा है, मामले को लेकर लोगों में खासा आक्रोश है. जोशीमठ विकासखंड में महिलाओं ने नियुक्तियों का विरोध करते हुए तहसीलदार के माध्यम से सीएम त्रिवेंद्र को ज्ञापन भेजकर नियुक्तियों को तत्काल रद्द करने की मांग की है. साथ ही चेतावानी दी है कि जल्द ही मंदिर समिति में हुई अवैध नियुक्तियों को अगर रद्द कर पारदर्शिता से नियुक्तियां नहीं की गईं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
दरसअल, बदरी-केदार मंदिर समिति के निवर्तमान अध्य्क्ष मोहन प्रसाद थपलियाल पर आरोप लगे हैं कि देवस्थानम बोर्ड के गठन से पहले उन्होंने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्य्क्ष पद पर रहते हुए मंदिर समिति में अपने चहेतों और रिश्तेदारों को बगैर विज्ञप्ति जारी किए अवैध तरीके से नौकरी दी है. जिसमें मंदिर समिति के संस्कृत विद्यालयों में शिक्षक, चालक, कम्प्यूटर आपरेटर सहित कुल 17 पदों पर नियुक्ति दी गई है. ये आरोप मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री ने लगाए हैं.
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एक तरफ प्रदेश की सत्ता में काबिज त्रिवेंद्र सरकार बीते दिनों हुई फॉरेस्ट गार्ड भर्ती मामले में हुई धांधली को लेकर कटघरे में खड़ी है. वहीं, मंदिर समिति द्वारा 17 पदों पर हुई अवैध नियुक्तियों के आरोपों ने प्रदेश सरकार की एक बार फिर किरकरी करा दी है. ऐसे में जोशीमठ में महिलाओं ने नियुक्तियों को रद्द करने की मांग की है.