चमोलीः पीपलकोटी के पास भनेरपानी में कार हादसे का शिकार हुए बीजेपी नेताओं के शव को 50 घंटे बाद एनडीआरएफ ने खाई से बाहर निकाला है. साथ ही उनके शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद पीपलकोटी पहुंचे और पार्टी नेताओं को श्रद्धांजलि दी.
गौर हो कि बीते शनिवार (10 अक्टूबर) को पीपलकोटी से जोशीमठ जाते समय बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष व बदरी-केदार मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल की कार भनेरपानी के पास अनियंत्रित होकर 500 मीटर गहरी खाई में गिरने के बाद अलकनंदा में समा गई थी. उनके साथ कार में ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुलदीप चौहान भी मौजूद थे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने शनिवार रात से ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया. रविवार को सर्च अभियान के दौरान रेस्क्यू टीम को पहाड़ी पर दो शव फंसे मिले. खड़ी पहाड़ी और अलकनंदा नदी के तेज बहाव से रेस्क्यू टीम को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
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वहीं, लगातार 16 घंटे के कड़े रेस्क्यू आपरेशन के बाद सोमवार दोपहर एनडीआरएफ के जवानों ने अलकनंदा नदी के ऊपर से रस्सी डालकर नदी पार की, जिसके बाद जवानों ने खाई से शवों को स्ट्रेचर पर बांधकर नदी पार लाया, जहां से एंबुलेंस के जरिए शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए पीपलकोटी लाया गया. पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम दर्शन के लिए दोनों नेताओं के पार्थिव शरीर को नवोदय विद्यालय गेट के पास रखा गया. जहां सीएम त्रिवेंद्र समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने अंतिम विदाई दी.
बीजेपी नेताओं की मौत की खबर सुनकर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी हेलीकॉप्टर से पीपलकोटी पहुंचे. जहां पहुंचकर उन्होंने दोनों नेताओं के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर शोक संवेदना व्यक्त की. साथ ही उनके परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी. इस दौरान सीएम के साथ देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा और जिले के तीनों विधायक मौजूद रहे.
वहीं, इस दुखद घटना के बाद देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों, सचिव और पर्यटन मंत्री और तमाम विधायकों ने भी दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की.