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बदरीनाथ के मुख्य पुजारी नंबूदरी रावल पहुंचे जोशीमठ, 18 मई को खुलेंगे कपाट

बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जोशीमठ पहुंच गए हैं. नंबूदरी 16 मई को आदि गुरु शंकराचार्य की डोली के साथ बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेंगे.

Chamoli
चमोली
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Published : May 13, 2021, 1:21 PM IST

चमोलीः बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जोशीमठ पहुंच गए हैं. नंबूदरी 16 मई को आदि गुरु शंकराचार्य की डोली के साथ बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेंगे. प्रशासन की ओर से सिर्फ पूजा पद्धति से जुड़े लोग व हक-हकूकधारियों को ही बदरीनाथ धाम में जाने की अनुमति दी गई है. बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को सुबह 4:15 बजे खोल दिए जाएंगे. धाम में देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारियों की ओर से यात्रा की सभी तैयारियां भी पूर्ण कर ली गई हैं.

बदरीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जोशीमठ पहुंचने के बाद नृसिंह मंदिर के समीप रावल निवास में रह रहे हैं. 16 मई को नृसिंह मंदिर से आदि गुरु शंकराचार्य की डोली पांडुकेश्वर में स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर पहुंचेगी. इसके बाद 17 मई को रावल के साथ उद्धव जी, गरुड़ भगवान और आदि गुरु शंकराचार्य की डोली के साथ रावल बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे.

ये भी पढ़ेंः बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू, नृ‌सिंह मंदिर में तिमुंड्या मेले का आयोजन

जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने पांडुकेश्वर में यात्रा संचालन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर से जुड़े लोगों के अलावा किसी भी तीर्थयात्री व अन्य लोगों को बदरीनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पांडुकेश्वर में बैरियर लगाया जाएगा. यहां मेडिकल की टीम मौजूद रहेगी. देवस्थानम बोर्ड की अनुमति के बाद जो भी व्यक्ति बदरीनाथ धाम जाएंगे, उनकी पांडुकेश्वर में कोरोना जांच की जाएगी. पांडुकेश्वर में पुलिस, नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहेंगे.

चमोलीः बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जोशीमठ पहुंच गए हैं. नंबूदरी 16 मई को आदि गुरु शंकराचार्य की डोली के साथ बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेंगे. प्रशासन की ओर से सिर्फ पूजा पद्धति से जुड़े लोग व हक-हकूकधारियों को ही बदरीनाथ धाम में जाने की अनुमति दी गई है. बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को सुबह 4:15 बजे खोल दिए जाएंगे. धाम में देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारियों की ओर से यात्रा की सभी तैयारियां भी पूर्ण कर ली गई हैं.

बदरीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जोशीमठ पहुंचने के बाद नृसिंह मंदिर के समीप रावल निवास में रह रहे हैं. 16 मई को नृसिंह मंदिर से आदि गुरु शंकराचार्य की डोली पांडुकेश्वर में स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर पहुंचेगी. इसके बाद 17 मई को रावल के साथ उद्धव जी, गरुड़ भगवान और आदि गुरु शंकराचार्य की डोली के साथ रावल बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे.

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जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने पांडुकेश्वर में यात्रा संचालन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर से जुड़े लोगों के अलावा किसी भी तीर्थयात्री व अन्य लोगों को बदरीनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पांडुकेश्वर में बैरियर लगाया जाएगा. यहां मेडिकल की टीम मौजूद रहेगी. देवस्थानम बोर्ड की अनुमति के बाद जो भी व्यक्ति बदरीनाथ धाम जाएंगे, उनकी पांडुकेश्वर में कोरोना जांच की जाएगी. पांडुकेश्वर में पुलिस, नगर पंचायत और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहेंगे.

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