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चारधाम यात्रा की आज से शुरुआत, बदरीनाथ धाम में सभी तैयारियां पूरी

कोरोना संकट के बीच 1 जुलाई यानी आज से उत्तराखंडवासियों के लिए चारधाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है. प्रशासन की ओर से बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुुओं के दर्शन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

Chamoli Badrinath Dham
चारधाम यात्रा 2020
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Published : Jul 1, 2020, 5:32 AM IST

चमोली: राज्य सरकार ने कोरोना संकट की वजह से पहली बार 1 जुलाई से चारधाम यात्रा प्रारंभ करने का निर्णय लिया है. बदरीनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड व जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी जा चुकी हैं. डीएम चमोली स्वाति एस भदौरिया के मुताबिक, इस बार लामबगड़ में भी यात्रियों के लिए दर्शनों के लिए टोकन की व्यवस्था की गई है.

बदरीनाथ धाम में सभी तैयारियां पूरी.
भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने के बावजूद करीब 25 दिन तक कोरोना संकट के चलते मंदिर में श्रदालुओं के दशन के लिए पाबंदी लगाई गई थी. हालांकि, 25 दिन बाद स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए खोल बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे. वहीं, अब राज्य सरकार ने 46 दिनों के बाद 1 जुलाई से चारधाम यात्रा की शुरुआत की है, अब उत्तराखंड के श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर पाएंगे.

बदरीनाथ धाम में व्यापारियों व देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों में उत्साह देखने को मिल रहा है. क्योंकि, बदरीनाथ धाम के पास गांवों में निवास करने वाले लोगों की आजीविका यात्रा शुरू होने से ही है. मंदिर के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि जुलाई माह और बरसात होने से कम ही यात्रियों की पहुंचने की संभावना है. हालांकि, देवस्थानम् बोर्ड की तरफ से श्रदालुओं के लिए दर्शनों के लिए खाका तैयार कर लिया गया है.

पढ़ें- मोदी ने किया प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का नवंबर तक विस्तार

बदरीनाथ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने भी बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की खाने व रहने की पूरी व्यवस्था कर दी है. डीएम स्वाति एस भदौरिया का कहना है कि अभी बदरीनाथ धाम में 500 से 600 तक यात्रियों की रात्रि में रुकने की व्यवस्था की गई है, लेकिन कोशिश रहेगी कि धाम में रात्रि को श्रद्धालुओं को कम ही रोका जाये. ज्यादा यात्रियों को रात्रि विश्राम के लिए पांडुकेश्वर, जोशीमठ में ही भेजा जाएगा, जिससे यात्रियों को परेशानी न हो. वहीं, नगर पंचायत बदरीनाथ ने मंदिर परिसर में यात्रियों को कतार में खड़े होकर सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने के लिये गोले भी बना दिये गए हैं.

चमोली: राज्य सरकार ने कोरोना संकट की वजह से पहली बार 1 जुलाई से चारधाम यात्रा प्रारंभ करने का निर्णय लिया है. बदरीनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड व जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी जा चुकी हैं. डीएम चमोली स्वाति एस भदौरिया के मुताबिक, इस बार लामबगड़ में भी यात्रियों के लिए दर्शनों के लिए टोकन की व्यवस्था की गई है.

बदरीनाथ धाम में सभी तैयारियां पूरी.
भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने के बावजूद करीब 25 दिन तक कोरोना संकट के चलते मंदिर में श्रदालुओं के दशन के लिए पाबंदी लगाई गई थी. हालांकि, 25 दिन बाद स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए खोल बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे. वहीं, अब राज्य सरकार ने 46 दिनों के बाद 1 जुलाई से चारधाम यात्रा की शुरुआत की है, अब उत्तराखंड के श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर पाएंगे.

बदरीनाथ धाम में व्यापारियों व देवस्थानम बोर्ड के सदस्यों में उत्साह देखने को मिल रहा है. क्योंकि, बदरीनाथ धाम के पास गांवों में निवास करने वाले लोगों की आजीविका यात्रा शुरू होने से ही है. मंदिर के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि जुलाई माह और बरसात होने से कम ही यात्रियों की पहुंचने की संभावना है. हालांकि, देवस्थानम् बोर्ड की तरफ से श्रदालुओं के लिए दर्शनों के लिए खाका तैयार कर लिया गया है.

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बदरीनाथ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने भी बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की खाने व रहने की पूरी व्यवस्था कर दी है. डीएम स्वाति एस भदौरिया का कहना है कि अभी बदरीनाथ धाम में 500 से 600 तक यात्रियों की रात्रि में रुकने की व्यवस्था की गई है, लेकिन कोशिश रहेगी कि धाम में रात्रि को श्रद्धालुओं को कम ही रोका जाये. ज्यादा यात्रियों को रात्रि विश्राम के लिए पांडुकेश्वर, जोशीमठ में ही भेजा जाएगा, जिससे यात्रियों को परेशानी न हो. वहीं, नगर पंचायत बदरीनाथ ने मंदिर परिसर में यात्रियों को कतार में खड़े होकर सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने के लिये गोले भी बना दिये गए हैं.

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