चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पंच केदारों में एक चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ धाम के कपाट 19 मई को विधि-विधान के साथ खुलेंगे. भगवान रुद्रनाथ धाम की यात्रा को लेकर एक तरह जहां मंदिर समिति तैयारियों में जुटी हुई है तो वहीं प्रशासन में इस पर काम शुरू कर दिया है. इसी संबंध में आज सोमवार 27 मार्च को यात्रा की तैयारियों को लेकर चमोली जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंदिर के पुजारियों, हक-हकूकधारियों और संबंधित विभागित अधिकारियों के साथ बैठक की.
समीक्षा बैठक में चमोली जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सभी विभागों को यथासमय सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. वहीं, मंदिर समिति की मांग पर तीन स्नानघर बनाने के लिए आरडब्लूडी को प्रस्ताव तैयार करने, डीएफओ को चक्रगोना से पनार तक के पैदल मार्ग को दुरुस्त करने के लिए, एसडीआरफ के तहत प्रस्ताव बनाने, सिक्स सिग्मा की टीम के लिए टेंट की व्यवस्था करने, पर्यटन विभाग को नारद मंदिर के सौंदर्यीकरण करने और जलसंस्थान को पेयजल व्यवस्था दुरस्थ करने के निर्देश दिए.
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इस दौरान जिलाधिकारी हिमांशु खुराना कहा कि पैदल मार्ग और मंदिर परिसर पर सफाई व्यवस्था हेतु कूडे़दान की व्यवस्था और रूद्रनाथ में धर्मशाला की छत के लिए प्लास्टिक तिरपाल जल्द उपलब्ध कराई जाएगी. ताकि बारिश में यात्रियों को परेशानी न हो.
बता दें कि भगवान रुद्रनाथ धाम पंचकेदारों में से एक है. रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शंकर के एकानन यानी मुख की पूजा होती है. आप देश के किसी भी कौन से आसानी से रुद्रनाथ मंदिर पहुंच सकते हैं. रुद्रनाथ मंदिर पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको ऋषिकेश पहुंचना होगा. ऋषिकेश आप बस-ट्रेन और फ्लाइट तीनों के जरिए पहुंच सकते है.
ऋषिकेश के पास सबसे नजदीक एयरपोर्ट जौलीग्रांट एयरपोर्ट है, जहां से ऋषिकेश की दूरी करीब 30 किमी है. ऋषिकेश के बाद आपको बस या टैक्सी से उत्तराखंड के चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर बस या टैक्सी से पहुंचाना होगा. गोपेश्वर की ऋषिकेश से दूरी करीब 212 किलोमीटर है. गोपेश्वर से आप भगवान रुद्रनाथ धाम के लिए जा सकते हैं. रुद्रनाथ धाम पहुंचने के लिए आपको करीब 22 किमी की लंबी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है.