चमोली: गोपेश्वर-घिंघराण मोटरमार्ग पर विभागीय ठेकेदार मानकों के विपरीत सड़क के डामरीकरण में घटिया सामग्री प्रयोग में ला रहा है. वहीं, जब स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की तो उन्होंने भी उनकी एक न सुनी. इतना ही नहीं इस घटिया निर्माण कार्य के खिलाफ आवाज उठाने वाले धीरज बिष्ट और उनकी बेटी सुहानी को मौके पर पुलिस बुलाकर अधिकारियों ने जेल भेजने तक की धमकी भी दी. जिसके बाद सुहानी ने मौके का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. जो अब जमकर वायरल हो रहा है.
बता दें कि चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर से घिंघरांण गांव तक इन दिनों 10 किलोमीटर सड़क पर डामरीकरण का कार्य चल रहा है. गांव के कुछ लोगों और धीरज बिष्ट व उनकी बेटी द्वारा सड़क में हो रहे डामरीकरण की घटिया गुणवक्ता को लेकर विभागीय अधिकारियों से सड़क निर्माण कर रही कंपनी की शिकायत की थी.
ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों के द्वारा उनकी एक न सुनी गई. जिसके बाद सुहानी बिष्ट के द्वारा अपने पिता के साथ मिलकर सड़क में बिछाए गए डामरीकरण का रियलिटी चैक कर एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया. जिसको कि अभी तक लाखों लोग देख चुके हैं.
वहीं, लोगों द्वारा यह वीडियो शेयर भी किया जा रहा है. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा जिन स्थानों पर घटिया डामरीकरण की शिकायत थी. उन सभी जगहों पर दोबारा डामरीकरण का कार्य करवाया जा रहा है. हालांकि, अब सुहानी व उसके पिता धीरज बिष्ट का कहना है कि सोशल मीडिया पर जनता का समर्थन मिलने के बाद अब विभाग के द्वारा डामरीकरण की गुणवक्ता में सुधार लाया गया हैं. अब विभाग के द्वारा ठीक ढंग से कार्य करवाया जा रहा है.
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इस पूरे मामले में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शिवम मित्तल का कहना है कि कुछ लोगों के द्वारा कंक्रीट में बिटमिन ऑयल डालने को कहा गया, जोकि सड़क के लिए ठीक नहीं था. जिसपर मेरे द्वारा बिटमिन डालने से साफ मना किया गया. जिसपर कुछ लोगों के द्वारा मुझे देख लेने की धमकी दी गई. जिसपर मैंने घटना की शिकायत पुलिस उपाधीक्षक चमोली से की. वहीं, मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मामले को सुलझाया.
उन्होंने कहा कि यह सभी आरोप बेबुनियाद हैं. अगर डामरीकरण के कार्य मे कहीं भी शिकायत पाई जाती है तो अभी निर्माण एजेंसी का भुगतान नहीं किया गया है. साथ ही अगर कहीं भी घटिया डामरीकरण किया गया तो दोबारा डामरीकरण का कार्य करवाया जाएगा.