सुमना में तेजी से राहत बचाव कार्य जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटीं एजेंसियां अब तक 11 शव बरामद कर चुकी हैं और लापता लोगों की तलाश जारी है.
चमोली हिमस्खलन: राहत बचाव कार्य जारी, अब तक 11 शव बरामद - सुमना रेस्क्यू ऑपरेशन
14:50 April 25
अब तक 11 शव बरामद
10:53 April 25
पूर्व सीएम हरीश रावत ने चमोली हिमस्खलन घटना को बताया हृदय विदारक
चमोली हिमस्खलन घटना पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने दुख जताया है. उन्होंने ट्टीट कर घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने ट्टीट कर लिखा है, 'चमोली जिले के सीमांत क्षेत्र सुमना में एवलांच की चपेट में आने से सीमा सड़क संगठन के 10 श्रमिकों की मौत अत्यधिक हृदय विदारक है. 32 लोग अभी भी ट्रेस नहीं हुये हैं, हमें उम्मीद है कि रेस्क्यू वर्क में लगे हुये लोग उनको बचा सकें.
09:53 April 25
चमोली हिमस्खलन घटना पर PM मोदी ने सीएम तीरथ से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चमोली हिमस्खलन घटना पर सीएम तीरथ सिंह रावत से बात की. जिस पर सीएम तीरथ ने ट्वीट कर लिखा है, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति घाटी में सुमना गांव के निकट ग्लेशियर टूटने की घटना संज्ञान लेते हुए मुझसे दूरभाष पर जानकारी ली और चिंता जताई. साथ ही घटना में हताहत लोगों के प्रति दुःख व्यक्त किया है.'
06:19 April 25
चमोली के सुमना-2 में सेना और आईटीबीपी के जवान राहत बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में कुदरत ने एक बार फिर से कहर बरपाया है. चमोली तपोवन के रैणी क्षेत्र के बाद अब नीती घाटी के चीन-तिब्बत सीमा पर सुमना में हिमस्खलन की घटना हुई. इस हादसे में बीआरओ के कैंप पूरी तरह तबाह हो गए. बीते 23 अप्रैल को आए हिमस्खलन की घटना में 10 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. घटनास्थल पर बीआरओ के लेबर कैंप में 402 लोग थे. घटना में 8 लोग लापता हैं. जिनकी तलाश के लिए राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. घटना में 384 लोगों को बचाया जा चुका है. वहीं रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना के चीता हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है और आज भी बचाव-राहत कार्य जारी रहेगा.
चमोली जिले में भारत-चीन सीमा से लगे क्षेत्र सुमना में बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया था. जिसमें काफी नुकसान हुआ है. वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी घटना स्थल का हवाई निरीक्षण कर हालातों का जायजा लिया था. वहीं, सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए 6 घायलों को जोशीमठ आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि एक शख्स को आर्मी अस्पताल देहरादून रेफर किया गया है.
14:50 April 25
अब तक 11 शव बरामद
सुमना में तेजी से राहत बचाव कार्य जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटीं एजेंसियां अब तक 11 शव बरामद कर चुकी हैं और लापता लोगों की तलाश जारी है.
10:53 April 25
पूर्व सीएम हरीश रावत ने चमोली हिमस्खलन घटना को बताया हृदय विदारक
चमोली हिमस्खलन घटना पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने दुख जताया है. उन्होंने ट्टीट कर घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने ट्टीट कर लिखा है, 'चमोली जिले के सीमांत क्षेत्र सुमना में एवलांच की चपेट में आने से सीमा सड़क संगठन के 10 श्रमिकों की मौत अत्यधिक हृदय विदारक है. 32 लोग अभी भी ट्रेस नहीं हुये हैं, हमें उम्मीद है कि रेस्क्यू वर्क में लगे हुये लोग उनको बचा सकें.
09:53 April 25
चमोली हिमस्खलन घटना पर PM मोदी ने सीएम तीरथ से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चमोली हिमस्खलन घटना पर सीएम तीरथ सिंह रावत से बात की. जिस पर सीएम तीरथ ने ट्वीट कर लिखा है, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति घाटी में सुमना गांव के निकट ग्लेशियर टूटने की घटना संज्ञान लेते हुए मुझसे दूरभाष पर जानकारी ली और चिंता जताई. साथ ही घटना में हताहत लोगों के प्रति दुःख व्यक्त किया है.'
06:19 April 25
चमोली के सुमना-2 में सेना और आईटीबीपी के जवान राहत बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में कुदरत ने एक बार फिर से कहर बरपाया है. चमोली तपोवन के रैणी क्षेत्र के बाद अब नीती घाटी के चीन-तिब्बत सीमा पर सुमना में हिमस्खलन की घटना हुई. इस हादसे में बीआरओ के कैंप पूरी तरह तबाह हो गए. बीते 23 अप्रैल को आए हिमस्खलन की घटना में 10 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है. घटनास्थल पर बीआरओ के लेबर कैंप में 402 लोग थे. घटना में 8 लोग लापता हैं. जिनकी तलाश के लिए राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. घटना में 384 लोगों को बचाया जा चुका है. वहीं रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना के चीता हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है और आज भी बचाव-राहत कार्य जारी रहेगा.
चमोली जिले में भारत-चीन सीमा से लगे क्षेत्र सुमना में बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया था. जिसमें काफी नुकसान हुआ है. वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी घटना स्थल का हवाई निरीक्षण कर हालातों का जायजा लिया था. वहीं, सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए 6 घायलों को जोशीमठ आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि एक शख्स को आर्मी अस्पताल देहरादून रेफर किया गया है.