चमोलीः पोखरी में अतिक्रमण हटाने गए पुलिस जवानों और तहसील कर्मियों पर पथराव मामले में 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 10 नामजद और 20 अज्ञात शामिल हैं. वहीं एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार नखोलियाना गांव में दबिश भी दी. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उधर, पुलिस बल के पहुंचने से पहले ही ग्रामीण भागकर दूसरी जगह छिप गए.
गौर हो कि गोदी बैंड पर देवस्थानम और पोखरी वन पंचायत की भूमि पर नखोलियाना के ग्रामीणों ने अतिक्रमण किया गया था, जिसमें कुछ पक्के और कुछ कच्चे अवैध निर्माण किए गए थे. बीते गुरुवार को उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता के निर्देश पर जब नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी रोशन पुंडीर नगर पंचायत, राजस्व कर्मी और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच कर अतिक्रमण तोड़ने लगे तो नखोलियाना गांव की दर्जनों महिलाओं और पुरुषों ने पथराव कर दिया.
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घटना में सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मी हुए थे घायल
इस दौरान तीन पुलिस सब-इंस्पेक्टर, एक कांस्टेबल, एक महिला, कांस्टेबल, एक होमगार्ड कर्मी समेत कुल 8 लोग घायल हो गए थे. राजस्व पुलिस और नगर पंचायत कर्मी भी चोटिल हुए थे. सभी लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई थी. वहीं, पुलिस सब-इंस्पेक्टर और महिला कांस्टेबल को इलाज के लिए कर्णप्रयाग ले जाया गया. जहां उनकी हालत स्थिर है. मामला बढ़ता देख गुरुवार देर शाम को ही जिले से भारी पुलिस बल ने पोखरी पहुंचकर सभी अवैध निर्माण कार्यों को ध्वस्त किया.
पथराव मामले में 10 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज
वहीं, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी रोशन ने बताया कि बीते दिनों की घटना के संदर्भ में सरकारी काम में बांधा डालने और सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने के आरोप में शिकायत दी गई है. मामले में एक स्थानीय नेता को गांव की महिलाओं को हमले के लिए उकसाने और नखोलियाना गांव की 5 नामजद महिलाओं समेत 20 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थानाध्यक्ष पोखरी को प्रार्थनापत्र दिया गया है.