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हेमकुंड साहिब में दो हफ्ते पहले ही खिला ब्रह्मकमल, देखें VIDEO

हेमकुंड साहिब में दो सप्ताह पहले ही ब्रह्मकमल फूल खिलने लगा है. बताया जा रहा है कि हेमकुंड साहिब में हुई अच्छी बर्फबारी की वजह से इस बार ब्रह्मकमल समय से पहले खिलने लगे हैं.

Brahmakamal bloomed in Hemkund Sahib two weeks ago
हेमकुंड साहिब में दो हफ्ते पहले ही खिले ब्रह्मकमल
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Published : Jul 8, 2022, 7:29 PM IST

चमोली: हेमकुंड साहिब क्षेत्र में इस साल राज्य पुष्प ब्रह्मकमल दो सप्ताह पहले ही खिल गए हैं. यहां अक्सर यह फूल जुलाई-अगस्त में खिलते हैं, लेकिन इस बार जुलाई के पहले सप्ताह में ही ब्रह्मकमल खिलने लगे हैं. हेमकुंड आने वाले श्रदालु दरबार में मत्था टेकने के साथ-साथ गुरुद्वारे के आसपास की पहाड़ियों पर खिले ब्रह्मकमल का दीदार कर रहे हैं.

हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग के पड़ाव भ्यूंडार गांव के निवासी प्रताप चौहान ने बताया उन्होंने अक्सर इस फूल को जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से ही खिलते देखा है. इस साल जुलाई शुरू होते ही ब्रह्मकमल खिलने लगे हैं. फूलों की घाटी भी इस बार समय से करीब दो सप्ताह पहले ही महकने लगी थी. मई के मध्य में ही घाटी में कई फूल खिलने लगे थे. घाटी में फूलों का समय से पहले खिलने का कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फ का जल्दी पिघलना माना जा रहा है.

हेमकुंड साहिब में दो हफ्ते पहले ही खिले ब्रह्मकमल

पढ़ें- जल्द ऑल वेदर रोड जैसी बनेंगी उत्तराखंड की सभी सड़कें, जानिए टू लेन और फोर लेन को लेकर क्या है रोडमैप

यहां पर अक्सर मई के आखिरी और जून के प्रथम सप्ताह से फूल खिलने होते हैं. इस बार फूलों की घाटी एक जून से पर्यटकों के लिए खोली गई थी, लेकिन इससे करीब दो सप्ताह पहले ही कई तरह के फूल खिल चुके थे. जिनमें पोटेंटिला, वाइल्ड रोज, मोरया लोगी, फूलीया, प्रिमुला आदि फूल शामिल रहे. इस वर्ष बारिश जल्द शुरू होने से उच्च हिमालयी क्षेत्र का साहिब में काफी अच्छी बर्फबारी हुई है. साथ ही यहां तापमान भी कम होने लगा है.

चमोली: हेमकुंड साहिब क्षेत्र में इस साल राज्य पुष्प ब्रह्मकमल दो सप्ताह पहले ही खिल गए हैं. यहां अक्सर यह फूल जुलाई-अगस्त में खिलते हैं, लेकिन इस बार जुलाई के पहले सप्ताह में ही ब्रह्मकमल खिलने लगे हैं. हेमकुंड आने वाले श्रदालु दरबार में मत्था टेकने के साथ-साथ गुरुद्वारे के आसपास की पहाड़ियों पर खिले ब्रह्मकमल का दीदार कर रहे हैं.

हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग के पड़ाव भ्यूंडार गांव के निवासी प्रताप चौहान ने बताया उन्होंने अक्सर इस फूल को जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से ही खिलते देखा है. इस साल जुलाई शुरू होते ही ब्रह्मकमल खिलने लगे हैं. फूलों की घाटी भी इस बार समय से करीब दो सप्ताह पहले ही महकने लगी थी. मई के मध्य में ही घाटी में कई फूल खिलने लगे थे. घाटी में फूलों का समय से पहले खिलने का कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फ का जल्दी पिघलना माना जा रहा है.

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यहां पर अक्सर मई के आखिरी और जून के प्रथम सप्ताह से फूल खिलने होते हैं. इस बार फूलों की घाटी एक जून से पर्यटकों के लिए खोली गई थी, लेकिन इससे करीब दो सप्ताह पहले ही कई तरह के फूल खिल चुके थे. जिनमें पोटेंटिला, वाइल्ड रोज, मोरया लोगी, फूलीया, प्रिमुला आदि फूल शामिल रहे. इस वर्ष बारिश जल्द शुरू होने से उच्च हिमालयी क्षेत्र का साहिब में काफी अच्छी बर्फबारी हुई है. साथ ही यहां तापमान भी कम होने लगा है.

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