चमोली: बदरीनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 15 मई को तड़के चार बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे. इससे पहले आज भगवान बदरी विशाल के धाम को 10 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया. इससे पहले बदरीनाथ का सिंह द्वार, मंदिर परिसर, परिक्रमा स्थल और तप्त कुंड के साथ ही विभिन्न स्थानों को सैनेटाइज किया गया.
इससे पहले 14 मई गुरुवार को पांडुकेश्वर मंदिर से आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर जी, उद्धव जी, गरुड़ जी और गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा के साथ बदरीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी बदरीनाथ धाम पहुंचे. उनके साथ देवस्थानम बोर्ड के सदस्य भी थे. इससे पहले पांडुकेश्वर में कुबेर जी, उद्धव जी और गरुड़ जी की विशेष पूजाएं हुईं.
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शुक्रवार 15 मई को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर ब्रह्म मूहर्त पर धाम का कपाटोद्घाटन किया जायेगा. इस दौरान सिर्फ 28 लोगों को ही रहने की अनुमति दी गई है. जिसमें रावल और देवस्थानम बोर्ड के सदस्य शामिल होंगे. कपाट खुलने के दौरान सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश दिए गये हैं.