चमोलीः जिले में वनाग्नी के बाद मूसालाधार बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. हालांकि चमोली में हुई बारिश से जंगलों में लगी आग पूरी तरह से बुझ गई है, लेकिन लगातार हो रही तेज बारिश और बादल फटने की घटना से लोग खौफ में हैं. साथ ही बारिश से आम जन जीवन भी प्रभावित हुआ है.
जाहिर है कि बीते रविवार को चमोली में स्थित गैरसैंण विकासखंड के लामबगड़ क्षेत्र में हुई तेज बारिश के कारण बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि किसानों की 50 नाली से अधिक कृषि भूमि बादल मलबे की चपेट में आने से तबाह हो गई.
जिसके आंकलन के लिए जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने प्रशासन की टीम के साथ सोमवार को लामबगड़ क्षेत्र पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया.
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साथ ही प्रभावितों से मिलकर जल्द कृषि भूमि क्षतिपूर्ति मुआवजा वितरण करने के निर्देश तहसीलदार को दिए. दूसरे दिन भी गोपेश्वर में दोपहर बाद से मूसालाधार बारिश जारी है.
बता दें कि चमोली जनपद बदरीनाथ यात्रा और हेमकुंड यात्रा का मुख्य और अंतिम पड़ाव है, लेकिन चमोली में हो रही जोरदार बारिश से ऑल वेदर रोड कटिंग के दौरान पहाड़ियों पर अटका मलबा सड़कों पर गिरने के कारण सड़के बंद होने से भी इंकार नहीं किया सकता. जिससे तीर्थ यात्रा पर भी खासा फर्क पड़ सकता है.