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आमरण अनशन कर रहे आन्दोलनकारी ने अपने खून से PM को लिखा खत, उत्तराखंड सरकार की खोली पोल - आमरण अनशन पर राज्य आंदोलनकारी

नंदप्रयाग मोटरमार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर 11 दिन से आमरण अनशन कर रहे राज्य आंदोलनकारी चरण सिंह ने अपने खून से पीएम मोदी को खत लिखा है. साथ ही उत्तराखंड सरकार की पोल खोली है.

chamoli news
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Published : Jan 20, 2021, 7:38 PM IST

चमोली: नंदप्रयाग घाट मोटमार्ग को डेढ़ लेन बनाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे राज्य आंदोलनकारी ने अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. उन्होंने नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग के चौड़ीकरण की मांग की है. उनका कहना है कि 2017 में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा की थी. लेकिन काम नहीं हुआ. वे इस मामले में 11 दिन से भूख हड़ताल पर हैं.

राज्य आंदोलनकारी चरण सिंह ने खून से लिखे पत्र में कहा है कि नन्दप्रयाग घाट सड़क डेढ़ लेन बनाने की घोषणा वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोपेश्वर से की थी. लेकिन आज तक भी घोषणा पूरी नहीं हुई. जनता पिछले 47 दिनों से आन्दोलन में है. इसके लिए वे 11 दिन से आमरण अनशन कर रहे हैं. लेकिन सरकार को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है.

agitator wrote a letter
खून से लिखा खत.

पढ़ेंः चीन सीमा से सटे लास्पा गांव में शुरू हुई वाई-फाई सेवा, BRO ने रचा इतिहास

चरण सिंह ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि प्रदेश सरकार ने नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग को डेढ़ लेन बनाने से साफ इंकार कर दिया है. सरकार जनभावनाओं के विपरीत नंदप्रयाग घाट सड़क को 9 मीटर करने के बजाए 6 मीटर करने की बात कह रही है. जबकि सड़क पहले से ही 6 मीटर चौड़ी है. उन्होंने पीएम से अपील की है कि नन्दप्रयाग घाट सड़क को डेढ़ लेन बनाने की कृपा करें. मामले में चरण सिंह, महाबीर सि़ह, हरेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह और दिनेश सिंह आमरण अनशन कर रहे हैं.

चमोली: नंदप्रयाग घाट मोटमार्ग को डेढ़ लेन बनाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे राज्य आंदोलनकारी ने अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. उन्होंने नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग के चौड़ीकरण की मांग की है. उनका कहना है कि 2017 में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा की थी. लेकिन काम नहीं हुआ. वे इस मामले में 11 दिन से भूख हड़ताल पर हैं.

राज्य आंदोलनकारी चरण सिंह ने खून से लिखे पत्र में कहा है कि नन्दप्रयाग घाट सड़क डेढ़ लेन बनाने की घोषणा वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोपेश्वर से की थी. लेकिन आज तक भी घोषणा पूरी नहीं हुई. जनता पिछले 47 दिनों से आन्दोलन में है. इसके लिए वे 11 दिन से आमरण अनशन कर रहे हैं. लेकिन सरकार को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है.

agitator wrote a letter
खून से लिखा खत.

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चरण सिंह ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि प्रदेश सरकार ने नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग को डेढ़ लेन बनाने से साफ इंकार कर दिया है. सरकार जनभावनाओं के विपरीत नंदप्रयाग घाट सड़क को 9 मीटर करने के बजाए 6 मीटर करने की बात कह रही है. जबकि सड़क पहले से ही 6 मीटर चौड़ी है. उन्होंने पीएम से अपील की है कि नन्दप्रयाग घाट सड़क को डेढ़ लेन बनाने की कृपा करें. मामले में चरण सिंह, महाबीर सि़ह, हरेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह और दिनेश सिंह आमरण अनशन कर रहे हैं.

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