चमोली: नंदप्रयाग घाट मोटमार्ग को डेढ़ लेन बनाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे राज्य आंदोलनकारी ने अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. उन्होंने नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग के चौड़ीकरण की मांग की है. उनका कहना है कि 2017 में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा की थी. लेकिन काम नहीं हुआ. वे इस मामले में 11 दिन से भूख हड़ताल पर हैं.
राज्य आंदोलनकारी चरण सिंह ने खून से लिखे पत्र में कहा है कि नन्दप्रयाग घाट सड़क डेढ़ लेन बनाने की घोषणा वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोपेश्वर से की थी. लेकिन आज तक भी घोषणा पूरी नहीं हुई. जनता पिछले 47 दिनों से आन्दोलन में है. इसके लिए वे 11 दिन से आमरण अनशन कर रहे हैं. लेकिन सरकार को इस बात से कोई लेना-देना नहीं है.
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चरण सिंह ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि प्रदेश सरकार ने नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग को डेढ़ लेन बनाने से साफ इंकार कर दिया है. सरकार जनभावनाओं के विपरीत नंदप्रयाग घाट सड़क को 9 मीटर करने के बजाए 6 मीटर करने की बात कह रही है. जबकि सड़क पहले से ही 6 मीटर चौड़ी है. उन्होंने पीएम से अपील की है कि नन्दप्रयाग घाट सड़क को डेढ़ लेन बनाने की कृपा करें. मामले में चरण सिंह, महाबीर सि़ह, हरेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह और दिनेश सिंह आमरण अनशन कर रहे हैं.