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मारा गया थराली का आदमखोर तेंदुआ, शिकारी जॉय हुकिल ने किया आतंक का खात्मा - आदमखोर तेंदुए

थराली विधानसभा क्षेत्र के नारायणबगड़ इलाके में मासूमों को अपना शिकार बनाने वाला तेंदुआ मारा गया. मशहूर शिकारी जॉय हुकिल ने इस नरभक्षी को मार गिराया.

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तेंदुए
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Published : Jul 11, 2020, 1:57 PM IST

थराली: विधानसभा के नारायणबगड़ क्षेत्र में ग़ैरबारम और मलतुरा में मासूमों को अपना शिकार बनाने वाला तेंदुआ मारा गया. मशहूर शिकारी जॉय हुकिल ने इस नरभक्षी को मार गिराया है. बता दें कि, 29 मई को मलतुरा मैगेटी तोक में चार वर्षीय नेपाली मूल के बच्चे को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. घटना के एक महीने बाद ठीक 29 जून को ग़ैरबारम के हरीढ़ोन तोक में 11 वर्षीय बच्ची दृष्टिका को अपना निवाला बना लिया. इसके बाद ग्रामीणों की मांग पर वन महकमे ने तेंदुए को आदमखोर घोषित किया. तेंदुए का शिकार करने के आदेश दिए गए. 30 जून को मशहूर शिकारी लखपत रावत और पौड़ी जिले से मशहूर शिकारी जॉय हुकिल को आदमखोर तेंदुए की पहचान कर शिकार करने की जिम्मेदारी दी गई थी.

जॉय हुकिल ने मार गिराया आदमखोर तेंदुआ.
लगातार 10 दिनों तक काफी खोजबीन और आदमखोर तेंदुए की पहचान के बाद आखिरकार शिकारी जॉय हुकिल ने तेंदुए को मार गिराया. ये तेंदुआ शिकारी जॉय हुकिल का 37वां शिकार था. वहीं गैरसैंण के शिकारी लखपत रावत अब तक 54 आदमखोर तेंदुओं का शिकार कर चुके हैं.

पढ़ें: चमोली: जोशीमठ में सेना का वाहन खाई में गिरा, दो जवान समेत एक पोर्टर घायल

जानकारी के अनुसार ग़ैरबारम में यह आदमखोर तेंदुआ मादा थी. इसकी उम्र लगभग सात वर्ष बताई जा रही है. आदमखोर तेंदुए के शिकार के बाद ग़ैरबारम और मलतुरा सहित आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने अब राहत की सांस ली है. ग्रामीणों ने बताया कि आदमखोर तेंदुए की दहशत से ग्रामीण डर के साये में जी रहे थे. लेकिन अब पूरे क्षेत्र से तेंदुए की दहशत खत्म हो गई है.

थराली: विधानसभा के नारायणबगड़ क्षेत्र में ग़ैरबारम और मलतुरा में मासूमों को अपना शिकार बनाने वाला तेंदुआ मारा गया. मशहूर शिकारी जॉय हुकिल ने इस नरभक्षी को मार गिराया है. बता दें कि, 29 मई को मलतुरा मैगेटी तोक में चार वर्षीय नेपाली मूल के बच्चे को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. घटना के एक महीने बाद ठीक 29 जून को ग़ैरबारम के हरीढ़ोन तोक में 11 वर्षीय बच्ची दृष्टिका को अपना निवाला बना लिया. इसके बाद ग्रामीणों की मांग पर वन महकमे ने तेंदुए को आदमखोर घोषित किया. तेंदुए का शिकार करने के आदेश दिए गए. 30 जून को मशहूर शिकारी लखपत रावत और पौड़ी जिले से मशहूर शिकारी जॉय हुकिल को आदमखोर तेंदुए की पहचान कर शिकार करने की जिम्मेदारी दी गई थी.

जॉय हुकिल ने मार गिराया आदमखोर तेंदुआ.
लगातार 10 दिनों तक काफी खोजबीन और आदमखोर तेंदुए की पहचान के बाद आखिरकार शिकारी जॉय हुकिल ने तेंदुए को मार गिराया. ये तेंदुआ शिकारी जॉय हुकिल का 37वां शिकार था. वहीं गैरसैंण के शिकारी लखपत रावत अब तक 54 आदमखोर तेंदुओं का शिकार कर चुके हैं.

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जानकारी के अनुसार ग़ैरबारम में यह आदमखोर तेंदुआ मादा थी. इसकी उम्र लगभग सात वर्ष बताई जा रही है. आदमखोर तेंदुए के शिकार के बाद ग़ैरबारम और मलतुरा सहित आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने अब राहत की सांस ली है. ग्रामीणों ने बताया कि आदमखोर तेंदुए की दहशत से ग्रामीण डर के साये में जी रहे थे. लेकिन अब पूरे क्षेत्र से तेंदुए की दहशत खत्म हो गई है.

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