देहरादूनः नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को खोलने की कवायद तेज हो चुकी है. इसी के तहत सरकार रानी पोखरी में यूनिवर्सिटी खोलने जा रही है. वहीं, उत्तराखंड क्रांति दल इसके विरोध में लगा हुआ है. यूकेडी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यूनिवर्सिटी को पहाड़ी क्षेत्र में खोली जानी चाहिए. जिससे पहाड़ों का विकास हो सके. साथ ही कहा कि यहां पर यूनिवर्सिटी खोलना पहाड़ के हितों के विरूद्ध है.
बता दें कि उत्तराखंड राज्य के लिए बीते 2010 में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी स्वीकृत हुआ था, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण आज तक लॉ यूनिवर्सिटी नहीं बन पाई है. उत्तराखंड क्रांति दल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को डोइवाला विधानसभा क्षेत्र के अतिरिक्त कोई जगह नहीं दिखाई देती है. उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी पहाड़ी क्षेत्र में खोली जानी चाहिए.
उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि पहाड़ में संस्थान के खोलने से क्षेत्र में आवागमन बढ़ने के साथ विकास की संभावना बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहाड़ के प्रति गंभीर नहीं हैं. पहाड़ की जनभावनाओं को दरकिनार किया जा रहा है. आज भी पहाड़ विकास से कोसों दूर हैं. उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय और अन्य संस्थान पहाड़ में नहीं होने से पलायन की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है.
वहीं, उन्होंने सरकार से नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना गैरसैंण-चौखुटिया के बीच और किसी अन्य पहाड़ी स्थान पर करने की मांग की. साथ ही कहा कि देहरादून के आसपास यूनिवर्सिटी खोलने पर उत्तराखंड क्रांति दल इसका विरोध करेगा.