देहरादून: सिडकुल घोटाले को लेकर अब एसआईटी ने अपनी जांच तेज कर दी है. इसी कड़ी में सोमवार को देहरादून में एसआईटी ने सिडकुल कार्यालय पहुंचकर अपनी जांच के दौरान कई अधिकारियों से पूछताछ की. इस दौरान एसआईटी की टीम ने सिडकुल घोटाले से जुड़े तमाम दस्तावेजों को भी खंगाला.
उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार ने कांग्रेस कार्यकाल में हुए सिडकुल घोटाले को लेकर एसआईटी जांच के आदेश दिये थे. साल 2012 से 2017 तक तमाम निर्माण कार्यों और नियुक्तियों को लेकर फिलहाल एसआईटी जांच कर रही है. इस कड़ी में सोमवार को एसआईटी की टीम देहरादून के सिडकुल कार्यालय पहुंची. जहां पहुंचकर टीम ने सिडकुल के लेखा निदेशक समेत कुछ अधिकारियों से बातचीत की और तमाम जानकारियां लीं.
बता दें कि सिडकुल घोटाले में विभागीय स्तर पर स्पेशल ऑडिट भी किया जा चुका है. मामले में सिडकुल क्षेत्र में निर्माण कार्यों, नियुक्तियों और भू आवंटन पर एसआईटी जांच कर रही है. चर्चा है कि सिडकुल क्षेत्र में न केवल नेताओं और अधिकारियों से जुड़े परिचितों को स्थाई नियुक्तियां दी गई हैं बल्कि ठेकों में भी यूपीआरएनएन को 90% तक के काम दे दिया गया है. सिडकुल के महाप्रबंधक पीसी दुम्का ने बताया कि सिडकुल घोटाले को लेकर जांच की जा रही हैं. जांच में सभी अधिकारियों को सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सिडकुल से जुड़े तमाम दस्तावेजों को भी एसआईटी को दिया जा रहा है.
सिडकुल घोटाला करीब 1000 करोड़ का बताया जाता है. जिसमें निर्माणकार्यों में जमकर बंदरबांट हुई है. सिडकुल मामले में उम्मीद जताई जा रही है कि एसाईटी जांच के बाद जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी.