देहरादून: आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं. बात चाहें खेल जगत की हो या फिर बिजनेस की, हर जगह महिलाओं ने अपना मुकाम हासिल किया है. बात राजनीति की करें तो देश में शुरू से महिलाएं इस क्षेत्र में प्रभावी भूमिका में रही हैं. आज के दौर में भी महिलाएं लगातार कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. यही कारण है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है. लेकिन जब बात महिलाओं के प्रतिनिधित्व की आती है तो इस मामले में महिलाओं पर कम ही भरोसा जताया जाता है. बात लोकसभा में प्रदेश के प्रतिनिधित्व की करें तो यहां बीजेपी ने एक महिला प्रत्याशी पर भरोसा जताया है. जबकि कांग्रेस ने इस मामले में किसी पर भी भरोसा नहीं जताया है.
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के विषय में ईटीवी भारत ने बीजेपी और कांग्रेस की महिला नेताओं से बात की. दोनों ही पार्टियों की महिला नेताओं की इस मामले में अपनी-अपनी राय थी. बीजेपी महिला मोर्चा की महानगर अध्यक्ष बृजलेश गुप्ता ने पार्टी की ओर से महिला प्रत्याशी उतारने पर खुशी जताई.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के मुद्दे पर काफी गंभीर नजर आईं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ये सोचने की बात है कि आखिर राजनीति में महिलाएं आज भी क्यों पीछे हैं. उन्होंने कहा एक तरफ देश के प्रधानमंत्री मोदी महिलाओं को राजनीति में 50% आरक्षण देने की बातें करते हैं, लेकिन वहीं दूसरी तरफ टिकट बंटवारे के समय महिलाओं की हर बार अनदेखी की जाती है.