देहरादून: उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल की संस्कृति को बखूबी दर्शाने वाले मांगल गीतों को अब जल्द ही आप नए अंदाज में सुन सकेंगे. प्रदेश का जाना-माना बैंड 'पांडवाज' कुछ प्रसिद्ध मांगल गीतों को आधुनिक अंदाज में सबके सामने लेकर आने वाले हैं.
बता दें कि पुराने समय में गढ़वाल क्षेत्र में हर विवाह समारोह या फिर किसी भी शुभ कार्य के दौरान महिलाओं द्वारा मांगल गीतों को गाने की परम्परा हुआ करती थी. लेकिन बदलते समय और आधुनिकीकरण के साथ धीरे-धीरे ये परंपरा खत्म सी होने लगी है. समय बीतने के साथ आज इन मांगल गीतों की जगह हिंदी और पंजाबी गानों ने ले ली है. देखा जाए तो आज का युवा इन मांगल गीतों को लगभग पूरी तरह भूल चुका है. यहां तक कि कई युवा ऐसे भी हैं जिन्हें मांगल गीत क्या होते हैं इसकी कोई जानकारी ही नहीं.
देवभूमि में आज के युवाओं की पहली पंसद बन चुके पांडवाज जल्द ही मांगल गीतों को नये कलेवर में सबके सामने लेकर आने वाले हैं. बैंड के सदस्य कुणाल डोभाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि आज मांगल गीत गुमनामी के अंधेरे में कहीं खो से गये हैं, ऐसे में खोते जा रहे मांगल गीतों को एकबार फिर से नया जीवन देने के लिए वे छोटा सा प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल अपने 'मांगल' एलबम में उन्होंने 6 पौराणिक मांगल गीतों को चुना है, जिसे दिल्ली के कुछ नए युवा गायकों ने आवाज दी है.
साथ ही कुणाल ने बताया कि इस एलबम की सबसे खास बात ये है कि इसमें मांगल गीतों के बोल के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है. बस इसे एक मॉर्डन बैक ग्राउंड म्यूजिक दिया गया है. जिससे कि आज के युवा भी इन मांगल गीतों से जुड़ाव महसूस कर सके और वे भी इन मांगल गीतों को सुने. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि आने वाले समय में शादी-ब्याह के मौको पर प्रदेश के युवा पंजाबी या हिंदी गानों की जगह मांगल गीतों को सुनना ज्यादा पसंद करें. गौरतलब है कि पौराणिक समय में महिलाओं द्वारा गाये जाने वाले मांगल गीत अब मेल वॉइस में आपको सुनने को मिलेंगे.
मांगल एलबम के रिलीज के संबंध में जानकारी देते हुए कुणाल ने बताया कि आने वाले दो-तीन दिनों में 'मांगल' एलबम सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे YouTube, iTunes, Gaana पर रिलीज कर दी जाएगी. फिलहाल ये एक ऑडियो म्यूजिक एलबम है. उन्होंने बताया कि भविष्य में इसका एक पूरा वीडियो लांच करने की भी योजना है, जिसे श्री त्रियुगीनारायण मंदिर में शूट किया जायेगा. बता दें कि प्रदेश का एक उभरता हुआ वेडिंग डेस्टिनेशन बनता जा रहा है.