देहरादून: पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे को लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की है, साथ ही इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है. कांग्रेस का कहना है कि देश में बीती 17 मई को चुनाव प्रचार बंद हो चुका है. ऐसे में कोई भी प्रत्याशी राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं कर सकता है. बावजूद इसके पीएम मोदी शनिवार को अपनी केदारनाथ यात्रा को राजनीतिक रुप देने आए हैं, जोकि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
कांग्रेस नेता और केदारनाथ विधायक मनोज रावत का कहना है कि टीवी चैनलों पर लगातार प्रधानमंत्री मोदी का लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है. जोकि आचार संहिता का उल्लंघन है. इस संबंध में गोदावरी थापली के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है और प्रधानमंत्री मोदी के वाराणसी से किए गए नामांकन को निरस्त करने की मांग की है.
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मनोज ने कहा कि इससे पहले भी कर्नाटक विधानसभा के चुनाव के दौरान चुनाव प्रचार बंद होने के बावजूद पीएम मोदी नेपाल स्थित पशुपतिनाथ मंदिर गए थे. जिसका प्रसारण करा कर कर्नाटक की जनता को लुभाने का प्रयास किया गया था. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को धर्म की आड़ में ऐसे राजनीतिक दौरे करने की आदत बन गई.
वहीं, मनोज ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केदारनाथ के विकास के लिए वहां अपेक्षित कार्य नहीं किए गए. बल्कि पिछले साल केदारनाथ में लेजर शो का आयोजन कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया. भाजपा सरकार द्वारा केदारनाथ के असली स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की गई. जिसका दंड भगवान केदारनाथ उन्हें जरूर देंगे.
बता दें कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार और रविवार को उत्तराखंड दौरे की अनुमति दी है. साथ ही चुनाव आयोग ने पीएमओ को याद दिलाया है कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए लागू आदर्श आचार संहिता अभी प्रभावी है, जिसका प्रधानमंत्री को ध्यान रखना होगा.