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प्रदेश के आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले 3-6 साल के बच्चों को पिलाया जाएगा दूध

उत्तराखंड आंचल अमृत योजना की शुरुआत होने के साथ ही प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जो  आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करेगा. इस योजना के तहत प्रदेश के 15 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल तक के पढ़ने वाले करीब ढाई लाख से अधिक बच्चों को हफ्ते में 2 दिन दूध पिलाया जाएगा.

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Published : Mar 7, 2019, 6:04 PM IST

आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को पिलाया जाएगा दूध

देहरादून: प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे स्वस्थ और पुष्ट रहें इस मकसद से राज्य सरकार ने नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना का नाम उत्तराखंड आंचल अमृत योजना है. जिसका आज परेड ग्राउंड मैदान में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुभारंभ किया. इस योजना के तहत सरकार आगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को दूध पिलाने की व्यवस्था करने जा रही है.


उत्तराखंड आंचल अमृत योजना की शुरुआत होने के साथ ही प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जो आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करेगा. इस योजना के तहत प्रदेश के 15 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल तक के पढ़ने वाले करीब ढाई लाख से अधिक बच्चों को हफ्ते में 2 दिन दूध पिलाया जाएगा.

आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को पिलाया जाएगा दूध


परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में आंचल योजना के साथ ही राज्य सरकार ने संयुक्त स्वदेशी उद्यम योजना का भी शुभारंभ किया. संयुक्त स्वदेशी उद्यम के तहत राज्य की सरकारी संस्थाओं और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के बीच करार किया गया है. इस करार के तहत पतंजलि उत्पादों को सरकारी संस्थानों में बेचा जाएगा. जिससे स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक मोबाइल बैंक का भी लोकार्पण किया. जिससे प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में इन एटीएम मोबाइल वैन से जनता पैसे निकाल सकेगी. इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वयं सहायता समूहों को ब्याज मुक्त ऋण भी दिया.


कार्यक्रम के दौरान सीएम ने आंचल अमृत योजना के बारे में जानकारी दी. सीएम ने कहा कि सरकार का मकसद है कि प्रदेश के सभी बच्चे स्वस्थ रहें. इसके साथ ही स्वयं सहायता समूहों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर पांच लाख रुपये तक का ऋण दिए जाने पर सीएम ने कहा कि दीनदयाल सहकारी योजना के अंतर्गत ये ऋण दिये गये हैं. जिससे तमाम किसान लाभान्वित हुए हैं. सीएन ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को देखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है.

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देहरादून: प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे स्वस्थ और पुष्ट रहें इस मकसद से राज्य सरकार ने नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना का नाम उत्तराखंड आंचल अमृत योजना है. जिसका आज परेड ग्राउंड मैदान में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुभारंभ किया. इस योजना के तहत सरकार आगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को दूध पिलाने की व्यवस्था करने जा रही है.


उत्तराखंड आंचल अमृत योजना की शुरुआत होने के साथ ही प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जो आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करेगा. इस योजना के तहत प्रदेश के 15 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल तक के पढ़ने वाले करीब ढाई लाख से अधिक बच्चों को हफ्ते में 2 दिन दूध पिलाया जाएगा.

आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को पिलाया जाएगा दूध


परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में आंचल योजना के साथ ही राज्य सरकार ने संयुक्त स्वदेशी उद्यम योजना का भी शुभारंभ किया. संयुक्त स्वदेशी उद्यम के तहत राज्य की सरकारी संस्थाओं और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के बीच करार किया गया है. इस करार के तहत पतंजलि उत्पादों को सरकारी संस्थानों में बेचा जाएगा. जिससे स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक मोबाइल बैंक का भी लोकार्पण किया. जिससे प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में इन एटीएम मोबाइल वैन से जनता पैसे निकाल सकेगी. इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वयं सहायता समूहों को ब्याज मुक्त ऋण भी दिया.


कार्यक्रम के दौरान सीएम ने आंचल अमृत योजना के बारे में जानकारी दी. सीएम ने कहा कि सरकार का मकसद है कि प्रदेश के सभी बच्चे स्वस्थ रहें. इसके साथ ही स्वयं सहायता समूहों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर पांच लाख रुपये तक का ऋण दिए जाने पर सीएम ने कहा कि दीनदयाल सहकारी योजना के अंतर्गत ये ऋण दिये गये हैं. जिससे तमाम किसान लाभान्वित हुए हैं. सीएन ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को देखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है.

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Intro:फीड मेल पर भेजी गई है (UK_DDN_7 Mar 2019_anchal amrit yojna)

प्रदेश में सभी आगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चे स्वास्थ्य और पुष्ट रहे इसके मकसद से राज्य सरकार ने नई योजना की शुरुआत की है। हालांकि उत्तराखंड राज्य देश मे पहला ऐसा राज्य है जो आगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को दूध पिलाने की व्यवस्था करने जा रही है। जिसको लेकर गुरुवार को परेड ग्राउंड में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहाँ सीएम ने उत्तराखंड आँचल अमृत योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत प्रदेश के 15 हज़ार आगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल तक के पढ़ने वाले करीब ढाई लाख से अधिक बच्चो को हफ्ते में 2 दिन दूध पिलाया जाएगा।


Body:वही परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ही राज्य सरकार ने "संयुक्त स्वदेशी उद्यम" का भी शुभारंभ किया। संयुक्त स्वदेशी उद्घम के तहत उत्तराखंड राज्य की सरकारी संस्थाओं और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के मध्य करार हुआ है। और इस करार में तय हुआ है कि पतंजलि उत्पादों को सरकारी संस्थानों में भी अब बेचा जाएगा। जिससे स्वदेशी उत्पादों को प्रदेश में बढ़ावा मिल सके। इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मोबाइल बैंक का भी लोकार्पण किया। जिसमें प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में इन एटीएम मोबाइल वैन से जनता पैसे निकाल सकेगी। साथ ही सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वयं सहायता समूहों को ब्याज मुक्त ऋण भी दिया।

वहीं कार्यक्रम के दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को पुष्टाहार की जरूरत होती है। और हमारे प्रदेश में बच्चे स्वस्थ हो इस मकसद से 'उत्तराखंड आंचल अमृत योजना' का शुभारंभ किया गया है। साथ ही स्वयं सहायता समूहो को शून्य प्रतिशत ब्याज पर पांच लाख तक का ऋण दिए जाने पर सीएम ने बताया कि दीनदयाल सहकारी योजना के अंतर्गत दिए गए ऋण से तमाम किसान लाभान्वित हुए है इसी क्रम में राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखकर निर्णय लिया है। जिसमें महिला सहायता समूह, पुरुष समूह और संयुक्त समूह को 5 लाख तक का व्याज मुक्त ऋण देने का प्रावधान किया गया है।

बाइट - त्रिवेंद्र सिंह रावत (सीएम)




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