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टेंडर में गड़बड़ियों को लेकर पूर्व अधिशासी अभियंता पर कार्रवाई, चार्टशीट दाखिल - रघुनाथ नेगी

रघुनाथ नेगी ने बताया कि साल 2017 में लोक निर्माण विभाग में लगभग 2 करोड़ से अधिक के आठ कार्य बिना टेंडर और मानकों के ही अपने चहेतों को दिए गए. जिसके लिए न तो कोई विज्ञप्ति निकाली गई और न ही दूसरे ठेकेदारों से टेंडर मांगें गए.

PWD में टेंडर की गड़बड़ियों पर कार्रवाई.
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Published : May 31, 2019, 6:45 PM IST

Updated : May 31, 2019, 11:04 PM IST

देहरादून: साल 2017 में लोकनिर्माण विभाग में ठेकों को लेकर हुई गड़बड़ी और चहेतों को फायदा पहुंचाने को के मामले में पूर्व अधिशासी अभियंता वाई एन राजवंशी पर बड़े घोटाले का आरोप लगा था. अब डेढ़ साल बाद राज्यपाल की ओर से शासन के अपर सचिव ओम प्रकाश द्वारा इस मामले में कार्रवाई की गई है. जिसके तहत पूर्व अधिशासी अभियंता के खिलाफ चार्जशीट जारी दाखिल की गई है. जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व अधिशासी अभियंता ने समाचर पत्रों और अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर टेंडरों की स्वीकृति में बड़ा घोटाला किया था.

PWD में टेंडर की गड़बड़ियों पर कार्रवाई.

रघुनाथ नेगी ने बताया कि साल 2017 में लोक निर्माण विभाग में लगभग 2 करोड़ से अधिक के आठ कार्य बिना टेंडर और मानकों के ही अपने चहेतों को दिए गए. जिसके लिए न तो कोई विज्ञप्ति निकाली गई और न ही दूसरे ठेकेदारों से टेंडर मांगें गए. सबसे बड़ा खेल टेंडर में आवंटन में किया गया. जिससे सरकार को लगभग 25% राजस्व का नुकसान हुआ. साथ ही इसके कारण दूसरे ठेकेदार भी कार्य से वंचित रहे. विभाग ने केवल दो-तीन अखबार में ही विज्ञप्ति छपवा कर उसमें टेंडर दिखाया .

पढ़ें-पत्नी को ससुराल लेने की गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, परिवारवालों ने कही ये बात

रघुनाथ नेगी ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने राजभवन और सूचना आयोग पर जांच के लिए दबाव बनाया था. सचिव ओमप्रकाश ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता वाईएन राजवंशी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. उन्होंने कहा कि अधिशासी अभियंता से इस घोटाले की रिकवरी की जाएगी. साथ ही उन्हें इस मामले में जेल भी जाना पड़ सकता है.

देहरादून: साल 2017 में लोकनिर्माण विभाग में ठेकों को लेकर हुई गड़बड़ी और चहेतों को फायदा पहुंचाने को के मामले में पूर्व अधिशासी अभियंता वाई एन राजवंशी पर बड़े घोटाले का आरोप लगा था. अब डेढ़ साल बाद राज्यपाल की ओर से शासन के अपर सचिव ओम प्रकाश द्वारा इस मामले में कार्रवाई की गई है. जिसके तहत पूर्व अधिशासी अभियंता के खिलाफ चार्जशीट जारी दाखिल की गई है. जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व अधिशासी अभियंता ने समाचर पत्रों और अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर टेंडरों की स्वीकृति में बड़ा घोटाला किया था.

PWD में टेंडर की गड़बड़ियों पर कार्रवाई.

रघुनाथ नेगी ने बताया कि साल 2017 में लोक निर्माण विभाग में लगभग 2 करोड़ से अधिक के आठ कार्य बिना टेंडर और मानकों के ही अपने चहेतों को दिए गए. जिसके लिए न तो कोई विज्ञप्ति निकाली गई और न ही दूसरे ठेकेदारों से टेंडर मांगें गए. सबसे बड़ा खेल टेंडर में आवंटन में किया गया. जिससे सरकार को लगभग 25% राजस्व का नुकसान हुआ. साथ ही इसके कारण दूसरे ठेकेदार भी कार्य से वंचित रहे. विभाग ने केवल दो-तीन अखबार में ही विज्ञप्ति छपवा कर उसमें टेंडर दिखाया .

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रघुनाथ नेगी ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने राजभवन और सूचना आयोग पर जांच के लिए दबाव बनाया था. सचिव ओमप्रकाश ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता वाईएन राजवंशी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. उन्होंने कहा कि अधिशासी अभियंता से इस घोटाले की रिकवरी की जाएगी. साथ ही उन्हें इस मामले में जेल भी जाना पड़ सकता है.

Intro:जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया था की 2017 में लोक निर्माण विभाग के पूर्व अधिशासी अभियंता वाई एन राजवंशी द्वारा आठ कार्यो के लिए ठेकेदारी ओर समाचार पत्रों से साठ गाठकर 2 करोड़ से अधिक मूल्य के टेंडर प्रकाशित का ढोंगकर अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर स्वीकृति कराने पर बहुत बड़ा घोटाला किया था।जिसका अब डेढ़ साल बाद राज्यपाल की ओर से शासन के अपर सचिव ओम प्रकाश द्वारा पूर्व अधिशासी अभियंता के खिलाफ चार्जशीट जारी की गई।


Body:अध्यक्ष ने बताया कि साल 2017 में पूर्व लोक निर्माण विभाग द्वारा लगभग 2 करोड से ऊपर के आठ कार्य बिना टेंडर और मानकों के अपने चहेतों को दिए गए जिसमें ना तो कोई अखबार में विज्ञप्ति निकाली गई और ना ही दूसरे ठेकेदारों से टेंडर मांगे गए। और सबसे बड़ा खेल टेंडन में लगभग दो सौ रुपए से तीन सौ रुपए कम दिखा कर दिए गए।जिससे राजस्व को लगभग 25% का नुकसान होने के साथ ही दूसरे ठेकेदार कार्य से वंचित हो रहे हैं।विभाग ने सबसे बड़ा खेल यह क्या की अखबार में टेंडर ना देकर केवल दो-तीन अखबार में छपवा कर उसी में टेंडर दिखाया गया था।


Conclusion:जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ नेगी ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने राजभवन और सूचना आयोग को जांच के लिए दबाव बनाया गया था।और सूचना आयोग ने राजभवन के सचिव ओमप्रकाश ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता वाईएन राजवंशी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।और अधिशासी अभियंता से इस घोटाले ने तमाम रुपए की रिकवरी की जाएगी साथ ही उनको जेल भी जाना पड़ सकता है।जन संघर्ष मोर्चा लगातार भ्रष्ट अधिकारियों पर नजर रखे हुए हैं।

बाइट-रघुनाथ नेगी(अध्यक्ष, जन संघर्ष मोर्चा)
Last Updated : May 31, 2019, 11:04 PM IST
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