देहरादून: पिछले कुछ समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर 108 सेवा के कर्मचारियों का आंदोलन अब उग्र होता जा रहा है. नई कंपनी में समायोजित करने की मांग को लेकर मंगलवार को सैकड़ों 108 आपातकालीन सेवा के पूर्व कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल से सचिवालय कूच किया, लेकिन सचिवालय से पहले ही मौजूद भारी पुलिस बल ने बैरिकेट्स लगाकर प्रदर्शनकारियों को वहीं रोक दिया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई. धक्का-मुक्की के बीच चमोली के आदिबद्री निवासी शिव सिंह बेहोश हो गए. आनन-फानन में पुलिस ने शिव सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया. अपनी मांगों को लेकर लामबंद 108 सेवा के पूर्व कर्मचारी आक्रोशित होकर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. वहीं मौके से पुलिस ने 300 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और सुद्दोवाला जेल भेज दिया.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बीते 43 दिनों से सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. सरकार से उनका यही आग्रह है कि सभी पूर्व कर्मचारियों को यथावत वेतनमान पर नई कंपनी में समायोजित किया जाए. बीते 11 सालों से 108 आपातकालीन सेवाओं में अपनी सर्विस देने के बाद सभी कर्मचारियों को आज बेरोजगार कर दिया गया है.
यह भी पढ़ेंः खटीमा में बनाईं गईं 6 बाढ़ नियंत्रण चौकियां, 24 घंटे कर्मचारी रहेंगे तैनात
गौरतलब है कि बीते सोमवार को 108 आपातकालीन सेवा के दो दर्जन से ज्यादा पूर्व कर्मचारियों ने अपना सिर मुंडवा कर सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया था. फिर प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय का घेराव करने की ठानी लेकिन पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करके सुद्दोवाला जेल भेज दिया.
दरअसल 108 आपातकालीन सेवा के पूर्व कर्मचारी बीते 43 दिनों से परेड ग्राउंड में धरने पर बैठे हुए हैं, ऐसे में उनकी मांगों को लेकर कोई समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है.