बागेश्वर: टनकपुर-बागेश्वर रेलमार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने अपनी मांग को लेकर आज जोरदार प्रदर्शन किया. इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि जब तक रेलमार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो जाता तब जब उनका आंदोलन जारी रहेगा और जिले का विकास रेल आने के बाद ही होगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हल्द्वानी सभा में बागेश्वर तक रेल लाने का वादा किया था , अब वह यह वादा पूरा करें.
रविवार को टनकपुर-बागेश्वर रेलमार्ग निर्माण (Tanakpur Bageshwar railway construction) संघर्ष समिति से जुड़े लोग तहसील परिसर में एकत्रित हुए. यहां पर आयोजित सभा में समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस मौके पर अध्यक्ष नीमा दफौटी (President Neema Dafoti) ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने की स्वीकृत और सर्वे के बाद भी रेल लाइन के निर्माण को स्वतंत्रता के बाद देश की सरकारों ने गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने कहा कि सामरिक महत्व की इस रेल लाइन की कुमाऊं को सख्त जरूरत है. रेल लाइन का निर्माण होने से व्यापारियों, सैनिकों और क्षेत्रवासियों को लाभ होगा.
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वहीं, वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार से जल्द रेल लाइन निर्माण के लिए बजट आवंटित करने और निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग की. इस बैठक में सर्वसम्मति से रेल लाइन निर्माण के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाने, जल्द एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिलने, युवाओं को संघर्ष समिति से जोड़कर पहाड़ के विकास के लिए जन आंदोलन चलाए जाने सहित अपनी मांगों का ज्ञापन प्रधानमंत्री को भेजने पर भी सहमति बनी.