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आर-पार की लड़ाई के मूड में हाइड्रो पावर परियोजना से प्रभावित परिवार, ताला लगाने की चेतावनी - बागेश्वर ताजा समाचार टुडे

उत्तर भारत हाइड्रो पावर कंपनी के खिलाफ धरने पर बैठे ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि यदि कल उनकी समस्या का कोई हल नहीं निकला तो वे पावर हाउस में तालाबंदी करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि टनल के ऊपर की जमीन दरक रही है, जिससे उन्हें खतरा है.

bageshwar
हाइड्रो पॉवर परियोजना
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Published : Jul 11, 2022, 10:30 PM IST

बागेश्वर: हाइड्रो पावर परियोजना से प्रभावित परिवारों ने कंपनी के निर्माण कार्यों की जांच की मांग को लेकर कंपनी के पावर हाउस के पास धरना दिया. ग्रामीणों ने 12 जुलाई को कंपनी के पावर हाउस में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है.

प्रभावित क्षेत्र के कई गांवों के लोगों ने उत्तर भारत हाइड्रो पावर कंपनी के पावर हाउस के पास धरना देने के साथ ही प्रदर्शन किया. संघर्ष समिति के अध्यक्ष हयात सिंह बड़ती ने कहा कि परियोजना के टनल के ऊपर जमीन दरक रही है और जमीन खोखली हो गई है. जमीन के भीतर पानी बह रहा है, जिससे इलाके के लोगों में दहशत बनी हुई है.
पढ़ें- शर्मनाक! कब्र में सिसक रही थी 3 साल की बच्ची, मां और नानी ने दफनाया था जिंदा

धरने के दौरान ग्रामीणों ने तय किया कि धरना प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा. यदि प्रशासन की मध्यस्थता में हाइड्रो पावर कंपनी के साथ प्रभावित क्षेत्रवासियों की वार्ता नहीं कराई गई तो संघर्ष समिति कल मंगलवार को पावर हाउस में तालाबंदी करेगी. इसकी बाकायदा सूचना कुमाऊं कमिश्नर, डीएम, एसडीएम और कपकोट के थानाध्यक्ष के साथ ही उत्तर भारत हाइड्रो पावर लिमिटेड को दी जाएगी.

संघर्ष समिति ने शासन-प्रशासन से मामले की गंभीरता को समझते हुए आवश्यक कार्रवाही करने के लिए कंपनी को निर्देशित करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि सरकार और प्रशासन ने हस्तक्षेप नहीं किया तो ग्रामीण निर्णायक आंदोलन छेड़ देंगे.

बागेश्वर: हाइड्रो पावर परियोजना से प्रभावित परिवारों ने कंपनी के निर्माण कार्यों की जांच की मांग को लेकर कंपनी के पावर हाउस के पास धरना दिया. ग्रामीणों ने 12 जुलाई को कंपनी के पावर हाउस में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है.

प्रभावित क्षेत्र के कई गांवों के लोगों ने उत्तर भारत हाइड्रो पावर कंपनी के पावर हाउस के पास धरना देने के साथ ही प्रदर्शन किया. संघर्ष समिति के अध्यक्ष हयात सिंह बड़ती ने कहा कि परियोजना के टनल के ऊपर जमीन दरक रही है और जमीन खोखली हो गई है. जमीन के भीतर पानी बह रहा है, जिससे इलाके के लोगों में दहशत बनी हुई है.
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धरने के दौरान ग्रामीणों ने तय किया कि धरना प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा. यदि प्रशासन की मध्यस्थता में हाइड्रो पावर कंपनी के साथ प्रभावित क्षेत्रवासियों की वार्ता नहीं कराई गई तो संघर्ष समिति कल मंगलवार को पावर हाउस में तालाबंदी करेगी. इसकी बाकायदा सूचना कुमाऊं कमिश्नर, डीएम, एसडीएम और कपकोट के थानाध्यक्ष के साथ ही उत्तर भारत हाइड्रो पावर लिमिटेड को दी जाएगी.

संघर्ष समिति ने शासन-प्रशासन से मामले की गंभीरता को समझते हुए आवश्यक कार्रवाही करने के लिए कंपनी को निर्देशित करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि सरकार और प्रशासन ने हस्तक्षेप नहीं किया तो ग्रामीण निर्णायक आंदोलन छेड़ देंगे.

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