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पंचायत चुनाव: ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार, बताई ये वजह

प्रदेश में चल रहे पंचायत चुनाव का कई जगहों पर ग्रामीणों ने बहिष्कार किया है. ग्रामीणों ने सड़क जैसी मूलभूत सुविधा समेत अन्य समस्याओं को लेकर चुनाव बहिष्कार का एलान किया है.

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Published : Oct 5, 2019, 6:28 PM IST

पंचायच चुनाव का बहिष्कार.

पौड़ी/बागेश्वर: प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव चल रहा है. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने जीत का दावा कर रही है. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश के कई गांव में आज भी मूलभूत सुविधाओं का आभाव है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव 2019 का बहिष्कार किया है.

पंचायच चुनाव का बहिष्कार.

बागेश्वर के गुरना न्याय पंचायत के कूलारंगचैड़ा गांव में ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव 2019 का बहिष्कार किया है. इस बूथ के ग्रामीणों ने सुबह से अब तक एक भी वोट नहीं डाला है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शासन-प्रशासन से सड़क की मांग की है. लेकिन इस ओर कार्रवाई नहीं हुई. हालांकि, बीडीसी व ग्राम प्रधान पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं.

पढ़ें: काशीपुर में दो बाइकों की आमने-सामने भिड़ंत, दो की मौत, एक की हालत गंभीर

वहीं, पौड़ी के पाबौ ब्लॉक के मरोड़ा गांव के ग्रामीणों ने भी पंचायत चुनाव 2019 का बहिष्कार किया है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें बिना बताए पाबौ ब्लॉक के मरोड़ा गांव को खिर्सू ब्लॉक में सम्मिलित कर दिया गया है. जिसका उन लोगों ने पहले भी विरोध किया था. बावजूद शासन ने उनकी मांगों को अनसुना कर दिया. जिस कारण उन्होंने न ही नामांकन किया और न ही मतदान किया.

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि उनकी ग्रामसभा पाबौ से नजदीक है. जबकि खिर्सू ब्लॉक उन्हें बहुत दूर पड़ता है. इस बात का बिना संज्ञान लिए ही उनकी ग्रामसभा को पाबौ से खिर्सू ब्लॉक में मिला दिया गया. जिसके विरोध में वह पंचायती चुनाव का हिस्सा नहीं बने रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि इसके बावजूद अगर शासन-प्रशासन नहीं जागता तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.

पौड़ी/बागेश्वर: प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव चल रहा है. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने जीत का दावा कर रही है. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश के कई गांव में आज भी मूलभूत सुविधाओं का आभाव है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव 2019 का बहिष्कार किया है.

पंचायच चुनाव का बहिष्कार.

बागेश्वर के गुरना न्याय पंचायत के कूलारंगचैड़ा गांव में ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव 2019 का बहिष्कार किया है. इस बूथ के ग्रामीणों ने सुबह से अब तक एक भी वोट नहीं डाला है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शासन-प्रशासन से सड़क की मांग की है. लेकिन इस ओर कार्रवाई नहीं हुई. हालांकि, बीडीसी व ग्राम प्रधान पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं.

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वहीं, पौड़ी के पाबौ ब्लॉक के मरोड़ा गांव के ग्रामीणों ने भी पंचायत चुनाव 2019 का बहिष्कार किया है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें बिना बताए पाबौ ब्लॉक के मरोड़ा गांव को खिर्सू ब्लॉक में सम्मिलित कर दिया गया है. जिसका उन लोगों ने पहले भी विरोध किया था. बावजूद शासन ने उनकी मांगों को अनसुना कर दिया. जिस कारण उन्होंने न ही नामांकन किया और न ही मतदान किया.

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि उनकी ग्रामसभा पाबौ से नजदीक है. जबकि खिर्सू ब्लॉक उन्हें बहुत दूर पड़ता है. इस बात का बिना संज्ञान लिए ही उनकी ग्रामसभा को पाबौ से खिर्सू ब्लॉक में मिला दिया गया. जिसके विरोध में वह पंचायती चुनाव का हिस्सा नहीं बने रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि इसके बावजूद अगर शासन-प्रशासन नहीं जागता तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.

Intro:बागेश्वर।

एंकर- बागेश्वर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी, उप निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग आफीसर बूथों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। दोपहर बाद जिला प्रशासन को गुरना न्याय पंचायत के कूलारंगचैड़ा गांव से ग्रामीणों द्वारा मतदान बहिष्कार की सूचना मिली। तो जिला प्रशासन सकते में आ गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने आनन फानन में संबधित बूथ के रिटर्निग ऑफिसर और पीठासीन अधिकारी से वार्ता कर निर्देश दिए कि निवर्तमान प्रधान अन्य जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर बूथ में मतदान करवाए लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली।

वीओ- बताते चले इस बूथ के ग्रामीणों ने सुबह से अब तक एक भी वोट नहीं डाला। इसका सबसे प्रमुख कारण ग्रामीण क्षेत्र में सड़क की मांग को लेकर शासन -प्रशासन के लोगो से जनता लम्बे समय से नाराज है। हालाँकि बीडीसी व ग्राम प्रधान पहले से निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। केवल जिला पंचयत सीट के लिए मतदान होना था। नतीज़न इस बूथ में अभी तक एक भी वोट नहीं पड़ा। कुछ अन्य जगहों से भी छिटपुट विवाद हुये लेकिन उन्हें तत्काल मौके पर वार्ता के बाद सुलझा लिया गया। फिलहाल सभी बूथों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से जारी है। जिला निर्वाचन अधिकारी रंजना राजगुरू ने क्षेत्र भ्रमण के बाद कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया।

बाइट-1- रंजना राजगुरू, जिला निर्वाचन अधिकारीBody:वीओ- बताते चले इस बूथ के ग्रामीणों ने सुबह से अब तक एक भी वोट नहीं डाला। इसका सबसे प्रमुख कारण ग्रामीण क्षेत्र में सड़क की मांग को लेकर शासन -प्रशासन के लोगो से जनता लम्बे समय से नाराज है। हालाँकि बीडीसी व ग्राम प्रधान पहले से निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। केवल जिला पंचयत सीट के लिए मतदान होना था। नतीज़न इस बूथ में अभी तक एक भी वोट नहीं पड़ा। कुछ अन्य जगहों से भी छिटपुट विवाद हुये लेकिन उन्हें तत्काल मौके पर वार्ता के बाद सुलझा लिया गया। फिलहाल सभी बूथों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से जारी है। जिला निर्वाचन अधिकारी रंजना राजगुरू ने क्षेत्र भ्रमण के बाद कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया।

बाइट-1- रंजना राजगुरू, जिला निर्वाचन अधिकारीConclusion:
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