बागेश्वर: अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल की अध्यक्षता में तहसील सभागार में जनता दरबार लगा. इसमें विभिन्न विभागों से संबंधित 13 शिकायतें दर्ज हुईं. एडीएम ने कहा कि अधिकारी जनता दरबार में उठी समस्याओं का समाधान निश्चित समयावधि में करना सुनिश्चित करें. यदि शिकायतें उच्च स्तर की हों, तो अधिकारी इसका त्वरित संज्ञान लेते हुए समाधान को उच्चाधिकारियों से पत्राचार करें. शिकायतकर्ता को भी इससे अवगत कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि शिकायतों का निराकरण करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है. यदि कोई शिकायतकर्ता शिकायत लेकर कार्यालयों में भी आता है, तो उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुना जाना चाहिए.
जनता दरबार में लोगों ने रखी समस्याएं: जनता दरबार में डोबा के ग्रामीणों ने परीक्षा केंद्र को गांव से हटाने का विरोध किया. उन्होंने बताया कि अगर उनकी मांग नहीं मानी जाती है, तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र उनके गांव में नहीं रहने से उनके बच्चों को काफी दूर पैदल जाना पड़ेगा. गाड़ी का भी काफी ज्यादा किराया देना पड़ेगा. गांव की गरीब जनता इतना किराया नहीं दे सकती है. उन्होंने गांव में ही परीक्षा केंद्र खोलने की मांग की.
टूटी सड़क बनाने की मांग: वहीं नौगांव के ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में कुछ महीनों पहले बनी सड़क पर एक खान के मालिक द्वारा पोकलैंड मशीन चलाने से सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है. इससे कभी भी बड़ा नुकसान हो सकता है. उस सड़क को बनाने के साथ- साथ उक्त व्यक्ति पर उचित कार्रवाई की जाये. वरना हम तहसील परिसर में ही धरने में बैठ जायेंगे. ग्राम प्रधान करुली सहित अन्य ग्रामीणों ने राप्रावि करुली में अतिरिक्त शिक्षक की तैनाती कराने की मांग रखी. प्रधान पंतक्वेराली रमेश पाठक ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार के तहत स्थापित सोलर प्लांट खराब होने की शिकायत करते हुए इसके मरम्मत कराने की मांग रखी.
समस्या के प्रति संवेदनशील रहने के निर्देश: सुनील कुमार निवासी झड़कोट ने पिता के नाम दर्ज भूमि पर अन्य व्यक्ति द्वारा कब्जा किए जाने की शिकायत करते हुए आवश्यक कार्रवाई की मांग की. अन्य क्षेत्रों से आए ग्रामीणों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा. मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्या के समाधान का पूरा प्रयास करें. समस्या जटिल हो तो उच्चाधिकारियों को अवगत करायें. अधिकारी हर समस्या के प्रति संवेदनशील रहें.
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