बागेश्वर: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है. मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों को रवाना किया जाएगा. इससे पहले बागेश्वर गिरेछीना मोटर मार्ग पर द्वारिकाछीना के पास सड़क पर दरार पड़ गई है. इससे सड़क के ध्वस्त होने की आशंका बढ़ गई है. सूचना मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने सड़क का निरीक्षण किया. उन्होंने चुनाव संपन्न होने तक पहाड़ को काटकर सड़क को दुरुस्त करने और सड़क की मरम्मत के लिए भूगर्भ वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की बात कही. तीन वर्ष पहले हुए पंचायत चुनाव के समय भी पहाड़ी दकरने से सड़क पर यातायात ठप हो गया था.
द्वारिकाछीना के पास सितंबर 2019 में भारी बारिश के बाद पहाड़ी दरक गई थी. पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिरने से सड़क ध्वस्त हो गई थी. जिसके बाद से कई बार सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है. बीते दिनों हुई बारिश के बाद सड़क के बीचोंबीच बड़ी दरार पड़ गई है. इस कारण सड़क के एक बार फिर से ध्वस्त होने का खतरा बढ़ गया है.
चुनाव से पूर्व सड़क के ध्वस्त होने की आशंका को देखते हुए लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजकुमार ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि सड़क के नीचे की ओर दरार पड़ी है. दरार को दुरुस्त करने के लिए भूगर्भ वैज्ञानिकों की सलाह ली जा रही है. इसके बाद पहाड़ी को काटकर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है. अधिशासी अभियंता राजकुमार ने कहा कि उनकी प्राथमिकता चुनाव के दौरान सड़क को क्षतिग्रस्त होने से बचाना है, ताकि पोलिंग पार्टियों को भेजने में किसी तरह की परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विभाग प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजेगा. बजट मंजूर होने के बाद सड़क की मरम्मत कराई जाएगी.
ये भी पढ़ें: आज होगी भाजपा कोर ग्रुप की बैठक, हाईकमान को भेजी जाएगी दावेदारों की लिस्ट
बताते चलें कि 2019 में द्वारिकाछीना के पास पहाड़ी दरकने से सड़क ध्वस्त हो गई थी. तब उसी वर्ष अक्तूबर महीने में पंचायत चुनाव संपन्न हुए थे. चुनाव के समय सड़क पर यातायात ठप था, जिसके चलते प्रशासन को धारी, डोबा, चौहना, सात, रतबे, चामी, क्वैराली, स्यूनी, भयेड़ी, लेटी, जौलकांडे, बोरगांव आदि क्षेत्रों के लिए पोलिंग पार्टियों को वाया सोमेश्वर भेजना पड़ा था. इस बार इस प्रकार की स्थिति से बचने के लिए लोनिवि समय रहते सतर्क होने का दावा कर रहा है.