बागेश्वर: कोरोना का एक भी मामला न होने के चलते बागेश्वर को ग्रीन जोन में रखा गया है. बावजूद यहां की दुश्वारियां अन्य जिलों से कम नहीं हैं. कोरोना की मार शादी-विवाह से जुड़े कारोबार पर सबसे अधिक पड़ी है. जिसका खामियाजा टेंट हाउस, बैंकट हाॅल और होटल मालिकों को चुकाना पड़ रहा है. पूरे साल विवाह सीजन से कमाई की आस लगाए व्यापारियों को लाॅकडाउन की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है.
बैंकेट हॉल संचालक राजेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि अप्रैल, मई और जून के महीनों में करोड़ों का कारोबार होता है. जबकि, पिछली गर्मियों के सीजन में औसतन एक टेंट और बैंकट हाॅल द्वारा 50 से 60 लाख रुपए का कारोबार किया. इस बार भी केवल अप्रैल में ही जिले में 60 से अधिक शादियों की बुकिंग थी. जिनके नहीं होने से टेंट और बैंकट हाॅल संचालकों का डेढ़ करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हो गया है.
वहीं टेंट संचालक हरीश बिष्ट ने बताया कि शादी-बारात नहीं होने से टेंट और बैंकट हाॅल मालिकों के साथ यहां काम करने वाले कर्मचारी भी बेरोजगार हो गए हैं. गर्मी के विवाह सीजन से ही उनकी साल भर के खर्चे निकलते थे. लेकिन, कमाई बंद होने से मालिकों को आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं संचालक हरीश बिष्ट ने बताया कि कर्मचारियों को उनके द्वारा मानदेय दिया जा रहा है. वहीं कामगारों के रहने और राशन की व्यवस्था की गई है. लेकिन, कारोबार ठप होने से मालिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. जबकि, जिले में करीब 75 टेंट हाउस और बैंकट हाॅल हैं.