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पिंडर घाटी में बर्फबारी के बीच गांवों में पहुंची स्वीप टीम, ग्रामीणों ने किया 100% मतदान का वादा

बागेश्वर जिले की पिंडर घाटी में बसे गांवों में इन दिनों काफी बर्फ जमी है. लेकिन स्वीप और रेडक्रास की टीम के हौसले बुलंद हैं. टीम ग्रामीणों को मतदान को लेकर जागरूक कर रही है. ग्रामीण भी उनके हौसले को देखकर 100% मतदान करने का वादा कर रहे हैं.

CEO Uttarakhand
बर्फबारी के बीच गांवों में पहुंची स्वीप टीम
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Published : Jan 13, 2022, 5:00 PM IST

Updated : Jan 13, 2022, 5:54 PM IST

बागेश्वर/रामनगरः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. ऐसे में Sveep Team (Systematic Voters Education and Electoral Participation) लगातार लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर रही है. इतना ही नहीं बागेश्वर जिले की पिंडर घाटी के हिमालयी क्षेत्रों में बसे गांवों तक स्वीप और रेडक्रास की टीम पहुंच रही है. खास बात ये है कि बर्फ से लदकद दूरस्थ गांवों में भी टीम लोगों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक कर रही है. वहीं, ग्रामीणों का भी कहना है कि वो 14 फरवरी को जरूर मतदान करेंगे.

दरअसल, स्वीप और रेडक्रास की टीम ने पिंडर घाटी में बसे कर्मी, धूर, उनिया के गांवों में जाकर मतदाता जागरुकता अभियान चलाया. टीम ने ग्रामीणों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक किया. टीम का कहना है कि लोकतंत्र के महापर्व को उत्सव की तरह उत्साह के साथ मनाना चाहिए. स्वीप टीम के सहायक नोडल अधिकारी आलोक पांडे ने ग्रामीणों को बताया कि शत-प्रतिशत मतदान से ही लोकतंत्र मजबूत होगा. टीम ने लोगों को फार्म 6, 7 व 8 की भी जानकारी दी.

पिंडर घाटी में बर्फबारी के बीच गांवों में पहुंची स्वीप टीम.

ये भी पढ़ेंः Uttarakhand Election: पांच साल में नैनीताल जिले में बढ़े 41 हजार 355 मतदाता

ये लोग घर बैठे दे सकेंगे वोटः स्वीप और रेडक्रास की टीम ने ग्रामीणों को बताया कि इस बार 80 साल से अधिक उम्र के लोगों, दिव्यांगों के साथ ही कोविड संक्रमितों को भी बैलेट सुविधा घर पर ही मिलेगी. बर्फबारी से लदकद हुए गांवों में मतदाता जागरूकता टीम के आने से ग्रामीण भी काफी खुश नजर आए और उन्होंने कहा कि वो खुद भी मतदान करेंगे और अन्य ग्रामीणों को भी मतदान के लिए प्रेरित करेंगे.

मतदाता जागरुकता टीम ने ग्रामीणों को बताया कि मतदान के लिए उन्हें यदि कोई लालच या धमकी देता है, तो वो सी विजिल एप (cVIGIL App) में शिकायत दर्ज कर सकते हैं. इसके साथ ही मतदान के लिए यदि उन्हें कोई समस्या हो तो वो टोल फ्री नंबर 1950 में भी अपनी बात कह सकते हैं. टीम ने लोगों से एक जागरूक मतदाता बनने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान होना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत होता है.

क्या है सी विजिल एपः भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल एप्लीकेशन तैयार किया है. ये एप्लिकेशन एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सपोर्ट करेगा और इस एप्लीकेशन में ऑटोमेटिक लोकेशन मैपिंग के साथ ही फोटो और वीडियो अपलोड की जा सकेगी. अपनी पहचान देकर और बिना पहचान बताए शिकायत की जा सकती है. इतना ही नहीं शिकायतकर्ता को 100 मिनट के भीतर ही कार्रवाई की जानकारी भी भेज दी जाएगी.

ये भी पढ़ेंः Uttarakhand Assembly Election: यूथ के सहारे चुनाव विजय की तैयारी में बीजेपी, कांग्रेस भी अनुभवियों को लेकर आई आगे

रामनगर में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया: विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस ने रामनगर में फ्लैग मार्च निकाला. पुलिस क्षेत्राधिकारी बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. साथ ही कोरोना महामारी का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. उसी के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है. साथ ही लोगों से नियमों का पालन करने और सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है. चुनाव के मद्देनजर शहर में उपद्रव करने वालों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. किसी भी तरीके में माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

नानकमत्ता में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकः विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही उत्तराखंड में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. इसी कड़ी में सितारगंज एसडीएम ऑफिस में सितारगंज और नानकमत्ता के निर्वाचन अधिकारियों ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया. बैठक में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से निर्वाचन अधिकारियों ने आदर्श आचार संहिता के पालन कराने को लेकर चर्चा की. साथ ही उन्हें आदर्श आचार संहिता की जानकारी भी दी.

चुनावी प्रक्रिया के दौरान आचार संहिता का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. कोई भी प्रत्याशी 5 से अधिक समर्थकों के साथ डोर टू डोर प्रचार नहीं करेगा. साथ ही प्रत्याशी नामांकन करते समय दो समर्थकों को अपने साथ रख सकेगा. किसी भी प्रकार के जुलूस, रैली या सभा के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी.

ये भी पढ़ेंः चुनाव स्थगित करने की मांग वाली याचिका का मामला, HC में 15 फरवरी को होगी सुनवाई

यदि कोई प्रत्याशी अपने पोस्टर, बैनर किसी प्राइवेट प्रॉपर्टी पर लगाता है तो उक्त प्रॉपर्टी के स्वामी से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य होगा. साथ ही पोस्टर एवं बैनरो की संख्या के साथ प्रिंटिंग प्रेस का नाम भी भी पोस्टर पर अंकित करना अनिवार्य है. वहीं, इस बार प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन करा सकेंगे. चुनाव लड़ रहे हर प्रत्याशी को आदर्श आचार संहिता का पालन करना अनिवार्य होगा.

बागेश्वर/रामनगरः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. ऐसे में Sveep Team (Systematic Voters Education and Electoral Participation) लगातार लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर रही है. इतना ही नहीं बागेश्वर जिले की पिंडर घाटी के हिमालयी क्षेत्रों में बसे गांवों तक स्वीप और रेडक्रास की टीम पहुंच रही है. खास बात ये है कि बर्फ से लदकद दूरस्थ गांवों में भी टीम लोगों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक कर रही है. वहीं, ग्रामीणों का भी कहना है कि वो 14 फरवरी को जरूर मतदान करेंगे.

दरअसल, स्वीप और रेडक्रास की टीम ने पिंडर घाटी में बसे कर्मी, धूर, उनिया के गांवों में जाकर मतदाता जागरुकता अभियान चलाया. टीम ने ग्रामीणों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक किया. टीम का कहना है कि लोकतंत्र के महापर्व को उत्सव की तरह उत्साह के साथ मनाना चाहिए. स्वीप टीम के सहायक नोडल अधिकारी आलोक पांडे ने ग्रामीणों को बताया कि शत-प्रतिशत मतदान से ही लोकतंत्र मजबूत होगा. टीम ने लोगों को फार्म 6, 7 व 8 की भी जानकारी दी.

पिंडर घाटी में बर्फबारी के बीच गांवों में पहुंची स्वीप टीम.

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ये लोग घर बैठे दे सकेंगे वोटः स्वीप और रेडक्रास की टीम ने ग्रामीणों को बताया कि इस बार 80 साल से अधिक उम्र के लोगों, दिव्यांगों के साथ ही कोविड संक्रमितों को भी बैलेट सुविधा घर पर ही मिलेगी. बर्फबारी से लदकद हुए गांवों में मतदाता जागरूकता टीम के आने से ग्रामीण भी काफी खुश नजर आए और उन्होंने कहा कि वो खुद भी मतदान करेंगे और अन्य ग्रामीणों को भी मतदान के लिए प्रेरित करेंगे.

मतदाता जागरुकता टीम ने ग्रामीणों को बताया कि मतदान के लिए उन्हें यदि कोई लालच या धमकी देता है, तो वो सी विजिल एप (cVIGIL App) में शिकायत दर्ज कर सकते हैं. इसके साथ ही मतदान के लिए यदि उन्हें कोई समस्या हो तो वो टोल फ्री नंबर 1950 में भी अपनी बात कह सकते हैं. टीम ने लोगों से एक जागरूक मतदाता बनने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान होना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत होता है.

क्या है सी विजिल एपः भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल एप्लीकेशन तैयार किया है. ये एप्लिकेशन एंड्रॉयड स्मार्टफोन में सपोर्ट करेगा और इस एप्लीकेशन में ऑटोमेटिक लोकेशन मैपिंग के साथ ही फोटो और वीडियो अपलोड की जा सकेगी. अपनी पहचान देकर और बिना पहचान बताए शिकायत की जा सकती है. इतना ही नहीं शिकायतकर्ता को 100 मिनट के भीतर ही कार्रवाई की जानकारी भी भेज दी जाएगी.

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रामनगर में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया: विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस ने रामनगर में फ्लैग मार्च निकाला. पुलिस क्षेत्राधिकारी बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. साथ ही कोरोना महामारी का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. उसी के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है. साथ ही लोगों से नियमों का पालन करने और सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है. चुनाव के मद्देनजर शहर में उपद्रव करने वालों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. किसी भी तरीके में माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

नानकमत्ता में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकः विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही उत्तराखंड में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. इसी कड़ी में सितारगंज एसडीएम ऑफिस में सितारगंज और नानकमत्ता के निर्वाचन अधिकारियों ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया. बैठक में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से निर्वाचन अधिकारियों ने आदर्श आचार संहिता के पालन कराने को लेकर चर्चा की. साथ ही उन्हें आदर्श आचार संहिता की जानकारी भी दी.

चुनावी प्रक्रिया के दौरान आचार संहिता का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. कोई भी प्रत्याशी 5 से अधिक समर्थकों के साथ डोर टू डोर प्रचार नहीं करेगा. साथ ही प्रत्याशी नामांकन करते समय दो समर्थकों को अपने साथ रख सकेगा. किसी भी प्रकार के जुलूस, रैली या सभा के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी.

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यदि कोई प्रत्याशी अपने पोस्टर, बैनर किसी प्राइवेट प्रॉपर्टी पर लगाता है तो उक्त प्रॉपर्टी के स्वामी से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य होगा. साथ ही पोस्टर एवं बैनरो की संख्या के साथ प्रिंटिंग प्रेस का नाम भी भी पोस्टर पर अंकित करना अनिवार्य है. वहीं, इस बार प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन करा सकेंगे. चुनाव लड़ रहे हर प्रत्याशी को आदर्श आचार संहिता का पालन करना अनिवार्य होगा.

Last Updated : Jan 13, 2022, 5:54 PM IST
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