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22 साल से किराये के भवन में संचालित हो रहा परिवहन विभाग का ऑफिस - उप संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पलड़िया

बागेश्वर जिले की स्थापना 15 सितम्बर 1997 को हुई थी. इससे  स्थानीय लोग विकास को लेकर आश्वस्त थे. जहां जिला बनने से पहले वाहन स्वामियों को परिवहन सम्बन्धी कार्यों के लिए अल्मोड़ा जनपद के लिए 72 किमी की दौड़ लगानी पड़ती थी. वहीं, साल 2007 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय बागेश्वर में स्थापित हुआ.

किराये के भवन में संचालित हो रहा परिवहन विभाग का ऑफिस
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Published : Sep 25, 2019, 10:56 PM IST

बागेश्वरः जिले के अस्तित्व में आने के 22 साल बाद भी परिवहन विभाग का कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है. वहीं, सुविधाओं के अभाव में अधिकारी और कर्मचारी इस भवन में कार्य करने को मजबूर हैं.

किराये के भवन में संचालित हो रहा परिवहन विभाग का ऑफिस

बता दें कि बागेश्वर जिले की स्थापना 15 सितम्बर 1997 को हुई थी. इससे स्थानीय लोग विकास को लेकर आश्वस्त थे. जहां जिला बनने से पहले वाहन स्वामियों को परिवहन सम्बन्धी कार्यों के लिए अल्मोड़ा जनपद के लिए 72 किमी की दौड़ लगानी पड़ती थी. वहीं, साल 2007 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय बागेश्वर में स्थापित हुआ. जिससे लोगों को परिवहन कार्यालय से जुड़े कार्यों को निपटाने में सहूलियत होने लगी.

वहीं, परिवहन विभाग के पास कार्यालय स्थापित होने के 12 साल बाद भी अब तक अपना कार्यालय भवन नहीं है. परिवहन कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है. अधिकारी और कर्मचारी इंफास्ट्रक्चर के अभाव में कार्य करने को मजबूर हैं. यहां तक कि विभाग के पास परिवहन थाना और ड्राइविंग टेस्ट के लिए तक जगह नहीं है. भवन नहीं होने से कर्मचारियों के साथ -साथ वहां पहुंचने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ेंःकेदारनाथ हेली हादसा: घायल ने लगाया बदसलूकी का आरोप, कहा- पैदल चलाया, इलाज तक नहीं मिला

वहीं, उप संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पलड़िया का कहना है कि परिवहन कार्यालय स्थापित करने के लिए समय-समय पर मुख्यालय से दिशानिर्देश मिलते रहते हैं. इसी परिपेक्ष्य में विभाग द्वारा फरवरी में भूमि चयन एनएच 309A पर जगह चयनित की गई है. छह महीने के भीतर भवन निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है.

बागेश्वरः जिले के अस्तित्व में आने के 22 साल बाद भी परिवहन विभाग का कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है. वहीं, सुविधाओं के अभाव में अधिकारी और कर्मचारी इस भवन में कार्य करने को मजबूर हैं.

किराये के भवन में संचालित हो रहा परिवहन विभाग का ऑफिस

बता दें कि बागेश्वर जिले की स्थापना 15 सितम्बर 1997 को हुई थी. इससे स्थानीय लोग विकास को लेकर आश्वस्त थे. जहां जिला बनने से पहले वाहन स्वामियों को परिवहन सम्बन्धी कार्यों के लिए अल्मोड़ा जनपद के लिए 72 किमी की दौड़ लगानी पड़ती थी. वहीं, साल 2007 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय बागेश्वर में स्थापित हुआ. जिससे लोगों को परिवहन कार्यालय से जुड़े कार्यों को निपटाने में सहूलियत होने लगी.

वहीं, परिवहन विभाग के पास कार्यालय स्थापित होने के 12 साल बाद भी अब तक अपना कार्यालय भवन नहीं है. परिवहन कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है. अधिकारी और कर्मचारी इंफास्ट्रक्चर के अभाव में कार्य करने को मजबूर हैं. यहां तक कि विभाग के पास परिवहन थाना और ड्राइविंग टेस्ट के लिए तक जगह नहीं है. भवन नहीं होने से कर्मचारियों के साथ -साथ वहां पहुंचने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ेंःकेदारनाथ हेली हादसा: घायल ने लगाया बदसलूकी का आरोप, कहा- पैदल चलाया, इलाज तक नहीं मिला

वहीं, उप संभागीय परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पलड़िया का कहना है कि परिवहन कार्यालय स्थापित करने के लिए समय-समय पर मुख्यालय से दिशानिर्देश मिलते रहते हैं. इसी परिपेक्ष्य में विभाग द्वारा फरवरी में भूमि चयन एनएच 309A पर जगह चयनित की गई है. छह महीने के भीतर भवन निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है.

Intro:बागेश्वर।

एंकर- बागेश्वर जिले के अस्तित्व में आने के 22 साल बाद भी परिवहन विभाग का कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है। सुविधाओं के अभाव में अधिकारी और कर्मचारी कार्य करने को मजबूर हैं।

वीओ- बागेश्वर जिले की स्थापना 15 सितम्बर 1997 को हुई। जिला बनने के बाद स्थानीय लोग विकास को लेकर आस्वस्त थे। जिला बनने से पहले वाहन स्वामियों को परिवहन सम्बन्धी कार्यों के लिए अल्मोड़ा जनपद के लिए 72 किमी की दौड़ लगानी पड़ती थी। बागेश्वर जिला बनने के बाद वर्ष 2007 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय बागेश्वर में स्थापित हुआ। जिससे लोगों को परिवहन कार्यालय से जुड़े कार्यों को निपटाने में काफी आसानी होने लगी। लेकिन परिवहन विभाग के पास कार्यालय स्थापित होने के 12 साल बाद भी अब तक अपना कार्यालय भवन नहीं है। परिवहन कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है। अधिकारी और कर्मचारी इंफास्टक्चर के अभाव में कार्य करने को मजबूर हैं। यहां तक कि विभाग के पास परिवहन थाना और ड्राइविंग टेस्ट के लिए तक जगह नहीं है। भवन नहीं होने से कर्मचारियों के साथ - साथ वहां पहुंचने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। निजी भवन के अभाव में कर्मचारी सुव्यवस्थित तरीके से कार्य नहीं कर पा रहे। वहीं उप सम्भागी परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पलड़िया का कहना है कि परिवहन कार्यालय स्थापित करने के लिए समय-समय पर मुख्यालय से दिशानिर्देश मिलते रहते हैं। इसी परिपेक्ष्य में विभाग द्वारा फरवरी में भूमि चयन की प्रक्रिया शुरू की गयी। उन्होंने बताया कि एनएच 309A पर 5 हजार स्क्वायर मीटर जगह चयनित की गई है। भूमि हस्तानांतरण के लिए डीएम को पत्र भेजा गया है। भूमि हस्तानांतरित होते ही भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। 6 माह के भीतर भवन निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अभी तक विभाग के पास सीज की हुई गाड़ियों को रखने के लिए भी परिवहन थाना नहीं है। साथ ही ड्राईविंग टैस्ट के लिए भी स्थान नहीं है। भवन निर्माण के साथ ही ड्राइविंग टैस्ट और परिवहन थाने का भी निर्माण किया जाएगा।
बाईट 1- कृष्ण चंद्र पलड़िया, उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी बागेश्वर।Body:वीओ- बागेश्वर जिले की स्थापना 15 सितम्बर 1997 को हुई। जिला बनने के बाद स्थानीय लोग विकास को लेकर आस्वस्त थे। जिला बनने से पहले वाहन स्वामियों को परिवहन सम्बन्धी कार्यों के लिए अल्मोड़ा जनपद के लिए 72 किमी की दौड़ लगानी पड़ती थी। बागेश्वर जिला बनने के बाद वर्ष 2007 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय बागेश्वर में स्थापित हुआ। जिससे लोगों को परिवहन कार्यालय से जुड़े कार्यों को निपटाने में काफी आसानी होने लगी। लेकिन परिवहन विभाग के पास कार्यालय स्थापित होने के 12 साल बाद भी अब तक अपना कार्यालय भवन नहीं है। परिवहन कार्यालय किराए के भवन में चल रहा है। अधिकारी और कर्मचारी इंफास्टक्चर के अभाव में कार्य करने को मजबूर हैं। यहां तक कि विभाग के पास परिवहन थाना और ड्राइविंग टेस्ट के लिए तक जगह नहीं है। भवन नहीं होने से कर्मचारियों के साथ - साथ वहां पहुंचने वाले लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। निजी भवन के अभाव में कर्मचारी सुव्यवस्थित तरीके से कार्य नहीं कर पा रहे। वहीं उप सम्भागी परिवहन अधिकारी कृष्ण चंद्र पलड़िया का कहना है कि परिवहन कार्यालय स्थापित करने के लिए समय-समय पर मुख्यालय से दिशानिर्देश मिलते रहते हैं। इसी परिपेक्ष्य में विभाग द्वारा फरवरी में भूमि चयन की प्रक्रिया शुरू की गयी। उन्होंने बताया कि एनएच 309A पर 5 हजार स्क्वायर मीटर जगह चयनित की गई है। भूमि हस्तानांतरण के लिए डीएम को पत्र भेजा गया है। भूमि हस्तानांतरित होते ही भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। 6 माह के भीतर भवन निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अभी तक विभाग के पास सीज की हुई गाड़ियों को रखने के लिए भी परिवहन थाना नहीं है। साथ ही ड्राईविंग टैस्ट के लिए भी स्थान नहीं है। भवन निर्माण के साथ ही ड्राइविंग टैस्ट और परिवहन थाने का भी निर्माण किया जाएगा।
बाईट 1- कृष्ण चंद्र पलड़िया, उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी बागेश्वर।Conclusion:
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