बागेश्वर: मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी बागेश्वर रोडवेज ऑफिस की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पाई हैं. कर्मचारियों की कमी इसकी असल वजह बनी हुई है. रोडवेज ऑफिस में कर्मचारियों की भारी कमी है. 20 में से मात्र तीन लिपिक ऑफिस में कार्यरत हैं. कर्मचारी की कमी के कारण कार्य भी प्रभावित हो रहा है.
4 सितंबर 2022 को नगर के बिलौना में रोडवेज के बस अड्डे का शुभारंभ किया गया. लेकिन अब तक डिपो की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पाई हैं. डिपो में 20 लिपिकों के पद सृजित हैं. डिपो में प्रभारी समेत तीन बाबू कार्यरत हैं. डिपो में दो कंप्यूटर ठेके पर लिए गए हैं. कंप्यूटर संचालन के लिए अस्थायी कर्मचारी तैनात किए गए हैं. कर्मचारियों की कमी के कारण पूछताछ कक्ष का संचालन नहीं हो रहा है. टिकट काउंटर का संचालन नहीं हुआ है. दो बसों के टिकट ऑनलाइन और बसों में ही यात्रियों के टिकट काटे जाते हैं. 21 के स्थान पर केवल 11 बस डिपो के अधीन हुई हैं.
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चालक- परिचालकों के पद रिक्त होने से बस सेवाओं पर इसका असर पड़ रहा है. बागेश्वर रोडवेज डिपो के प्रभारी राजेंद्र कुमार ने कहा कि बागेश्वर डिपो में ही अधिकारी- कर्मचारियों की कमी है. इसके लिए मुख्यालय से लगातार पत्राचार किया जा रहा है. वहीं जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि जल्द ही व्यवस्थाओं को सुधारा जाएगा. जो भी कमी बनी हुई है उसे दूर कर लिया जाएगा. यात्रियों को जल्द ही इसका पूरा लाभ मिल जाएगा.