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प्राधिकरण के नियमों से जनता में गहरी नाराजगी, विरोध में निकाला मशाल जुलूस

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Published : Sep 6, 2019, 10:30 AM IST

जिला विकास प्राधिकरण के नियमों में जनता में गहरा रोष है. जिसके विरोध में जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने आज बागेश्वर बंद बुलाया है.

बागेश्वर

बागेश्वर: जिला विकास प्राधिकरण के नियमों को लेकर जनता में गहरी नाराजगी है. जिसको लेकर जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने आज बागेश्वर बंद का आह्वान किया है. जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने गुरुवार को बैठक कर यह फैसला लिया था. बागेश्वर बंद का व्यापार संघ, स्थानीय जनता और युवा कांग्रेस ने पूरा समर्थन किया है. लोगों को जागरुक करने के लिए जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने देर शाम शहर में मशाल जुलूस निकाला था.

जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने बुलाया

जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के अध्यक्ष प्रमोद मेहता ने बताया कि प्राधिकरण सिर्फ आम जनता पर ही लागू हो रहा है. सरकारी भवन निर्माण कार्य प्राधिकरण के मानकों को दरकिनार कर धड़ल्ले से चल रहे हैं. जिला विकास प्राधिकरण के नियमों के बोझ तले दबकर गरीब जनता आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर है. आम जनता और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं ऐसे लोगों पर प्रशासन प्राधिकरण के नियम थोप कर चालान काट रही है. प्रशासन के इस तानाशाही पूर्ण रवैये से जनता परेशान है.

पढ़ें- कोरोनेशन अस्पताल के चार डॉक्टरों ने एक साथ दिया इस्तीफा, बताई ये बड़ी वजह

प्रमोद मेहता ने बताया कि जिला प्राधिकरण के तानाशाही पूर्ण रवैये के चलते पिछले दिनों दो लोगों को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा था. इसके बाद भी प्रशासन कानों में अंगुली डाल कर और आंखों में पट्टी बांध कर बैठी हुई है. जिससे आम जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उन्होंने बताया कि आज देर शाम जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के साथ स्थानीय व्यापारियों और आम जनता ने नुमाइश खेत से चौक बाजार तक मशाल जुलूस निकाला.

उन्होंने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक जिला विकास प्राधिकरण जैसे काले कानून को नहीं हटाया जाएगा. तब तक यह विरोध जारी रहेगा.

बागेश्वर: जिला विकास प्राधिकरण के नियमों को लेकर जनता में गहरी नाराजगी है. जिसको लेकर जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने आज बागेश्वर बंद का आह्वान किया है. जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने गुरुवार को बैठक कर यह फैसला लिया था. बागेश्वर बंद का व्यापार संघ, स्थानीय जनता और युवा कांग्रेस ने पूरा समर्थन किया है. लोगों को जागरुक करने के लिए जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने देर शाम शहर में मशाल जुलूस निकाला था.

जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने बुलाया

जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के अध्यक्ष प्रमोद मेहता ने बताया कि प्राधिकरण सिर्फ आम जनता पर ही लागू हो रहा है. सरकारी भवन निर्माण कार्य प्राधिकरण के मानकों को दरकिनार कर धड़ल्ले से चल रहे हैं. जिला विकास प्राधिकरण के नियमों के बोझ तले दबकर गरीब जनता आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर है. आम जनता और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं ऐसे लोगों पर प्रशासन प्राधिकरण के नियम थोप कर चालान काट रही है. प्रशासन के इस तानाशाही पूर्ण रवैये से जनता परेशान है.

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प्रमोद मेहता ने बताया कि जिला प्राधिकरण के तानाशाही पूर्ण रवैये के चलते पिछले दिनों दो लोगों को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा था. इसके बाद भी प्रशासन कानों में अंगुली डाल कर और आंखों में पट्टी बांध कर बैठी हुई है. जिससे आम जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उन्होंने बताया कि आज देर शाम जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के साथ स्थानीय व्यापारियों और आम जनता ने नुमाइश खेत से चौक बाजार तक मशाल जुलूस निकाला.

उन्होंने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक जिला विकास प्राधिकरण जैसे काले कानून को नहीं हटाया जाएगा. तब तक यह विरोध जारी रहेगा.

Intro:एंकर- जिला विकास प्राधिकरण के नियमों को लेकर जनता में गहरी नाराजगी है। प्राधिकरण के विरोध में आज एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में कल शहर बंद का निर्णय लिया गया है। साथ ही जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने लोगों को जागरूक करने के लिये देर शाम शहर में मशाल जुलूस निकाला। शुक्रवार को शहर बंद का एलान किया गया है। इस निर्णय का व्यापार संघ, स्थानीय जनता, युवा कांग्रेस आदि ने पूर्ण समर्थन किया है।लोगों ने प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाया है।

वीओ- जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के अध्यक्ष प्रमोद मेहता ने बताया कि प्राधिकरण सिर्फ आम जनता पर ही लागू हो रहा है। सरकारी भवन निर्माण कार्य प्राधिकरण के मानकों को दरकिनार कर धड़ल्ले से चल रहे हैं। जिला विकास प्राधिकरण के नियमों के बोझ तले दब कर गरीब जनता आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर है। आम जनता और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं ऐसे लोगों पर प्रशासन प्राधिकरण के नियम थोप कर चालान काट रही है। प्रशासन के इस तानाशाही पूर्ण रवैये से जनता परेशान है। जिले में दो लोग जिला प्राधिकरण के तानाशाही पूर्ण रवैये के चलते पूर्व में दो लोगों को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा है। इसके बाद भी प्रशासन कानों में अंगुली डाल कर और आंखों में पट्टी बांध कर बैठी हुई है। जिससे आम जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज देर शाम जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के साथ स्थानीय व्यापारियों और आम जनता ने नुमाइसखेत से चौक बाजार तक मशाल जुलूस निकाला। उन्होंने बताया कि सभी की सहमति से शुक्रवार को नगर को पूर्ण रूप से बंद करने का एलान किया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक जिला विकास प्राधिकरण जैसे काले कानून को नहीं हटाया जाएगा तब तक यह विरोध जारी रहेगा।Body:वीओ- जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के अध्यक्ष प्रमोद मेहता ने बताया कि प्राधिकरण सिर्फ आम जनता पर ही लागू हो रहा है। सरकारी भवन निर्माण कार्य प्राधिकरण के मानकों को दरकिनार कर धड़ल्ले से चल रहे हैं। जिला विकास प्राधिकरण के नियमों के बोझ तले दब कर गरीब जनता आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर है। आम जनता और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं ऐसे लोगों पर प्रशासन प्राधिकरण के नियम थोप कर चालान काट रही है। प्रशासन के इस तानाशाही पूर्ण रवैये से जनता परेशान है। जिले में दो लोग जिला प्राधिकरण के तानाशाही पूर्ण रवैये के चलते पूर्व में दो लोगों को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा है। इसके बाद भी प्रशासन कानों में अंगुली डाल कर और आंखों में पट्टी बांध कर बैठी हुई है। जिससे आम जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज देर शाम जिला प्राधिकरण हटाओ मोर्चा के साथ स्थानीय व्यापारियों और आम जनता ने नुमाइसखेत से चौक बाजार तक मशाल जुलूस निकाला। उन्होंने बताया कि सभी की सहमति से शुक्रवार को नगर को पूर्ण रूप से बंद करने का एलान किया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक जिला विकास प्राधिकरण जैसे काले कानून को नहीं हटाया जाएगा तब तक यह विरोध जारी रहेगा।Conclusion:
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