बागेश्वर: जिला अस्पताल (Bageshwar District Hospital) में उपनल कर्मियों की सेवा समाप्ति के बाद परेशानियां बढ़ गई हैं. यहां मरीजों को खून की जांच (blood test) के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. फिलहाल, यहां दिन में करीब 50 लोगों की ही जांच हो पा रही है. जिसके कारण अन्य मरीजों को निजी पैथोलॉजी लैब्स की ओर जाना पड़ रहा है. जहां उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है.
कोविड काल में जहां चौबीसों घंटे खून की जांच होती थी, अब वो जांच चार घंटे ही हो पा रही है. कोविड काल में जिला अस्पताल में 27 उपनल कर्मी तैनात किए गए थे, जिनकी सेवा समाप्त हो चुकी है. इसके उलट अस्पताल में रोगियों की संख्या हर दिन बढ़ रही है. 350 से 400 नए मरीज हर दिन अस्पताल पहुंच रहे हैं. अस्पताल में खून की जांच सीमित समय के लिए होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को निजी पैथोलॉजी लैब से खून की जांच करानी पड़ रही है.
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लैब टेक्नीशियन देवेंद्र सिंह दोसाद ने बताया कि उपनल कर्मचारियों के होने पर हम रोटेशन के हिसाब से कार्य कर रहे थे. जिस वजह से 24 घंटे जांच की जा रही थी. उनके हटने की वजह से काम प्रभावित हुआ है. अब हम हर दिन करीब 50 लोगों की ही जांच कर पा रहे हैं. वो भी केवल दो लोग हैं. अगर मैन पावर बढ़ेगी तो ही 24 घंटे जांच की जा सकेगी.
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वहीं, प्रभारी सीएमएस डॉ. सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिला अस्पताल में कोविड काल से तैनात 27 कोविड उपनल कर्मियों की सेवा समाप्त होने से दिक्कत आई है. स्टाफ की कमी के कारण सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही खून की जांच हो पा रही है. स्टाफ बढ़ने पर जांच का समय बढ़ाया जाएगा.