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बारिश का कहरः बागेश्वर में 4 मकान जमींदोज, 15 सड़कें पूरी तरह से बंद

बागेश्वर जिले में बीती देर रात से हो रही बारिश ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. जिले के कपकोट क्षेत्र में 117 मिमी बारिश और गरुड़ में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. सरयू नदी खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही है.बारिश से जिले के 15 सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई है. इतना ही नहीं चार मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

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Published : Aug 6, 2019, 5:48 PM IST

heavy rain in bageshwar

बागेश्वरः उत्तराखंड में मॉनसून चरम पर है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसी कड़ी में बागेश्वर जिले में भी मूसलाधार बारिश से करीब 15 सड़कें बंद हो गई है. इतना ही नहीं बारिश की चपेट में आने से 4 मकान जमींदोज हो गए. उधर, सरयू और गोमती नदियां भी उफान पर हैं. वहीं, प्रशासन ने सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रखा है.

बागेश्वर में भारी बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त.

बागेश्वर जिले में बीती देर रात से लगातार बारिश जारी है. जिले के कपकोट क्षेत्र में 117 मिमी बारिश और गरुड़ में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. सरयू नदी खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही है. भारी बारिश से कपकोट के झटक्वाली के पास भारी मलबा आने से सड़क बंद हो गया है. जिससे स्कूली बच्चों समेत आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई जगहों पर बिजली लाइनों पर पेड़ गिरने से आपूर्ति ठप है.

ये भी पढे़ंः पहाड़ पर आफत: चमोली में बादल फटा, पुलिया और प्राइमरी स्कूल का हिस्सा बहा

उधर, देवलचोरा के पास सड़क पर मलबा आने से कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए. गनीमत ये रही कि वाहनों में कोई सवार नहीं थे. बारिश से गरुड़ में दो मकान, कपकोट और कांड में एक-एक मकान ध्वस्त हो गए हैं. जबकि, 15 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बाधित है. जेसीबी मशीनों के द्वारा सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे ना जाने की अपील की है. आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है.

बागेश्वरः उत्तराखंड में मॉनसून चरम पर है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसी कड़ी में बागेश्वर जिले में भी मूसलाधार बारिश से करीब 15 सड़कें बंद हो गई है. इतना ही नहीं बारिश की चपेट में आने से 4 मकान जमींदोज हो गए. उधर, सरयू और गोमती नदियां भी उफान पर हैं. वहीं, प्रशासन ने सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रखा है.

बागेश्वर में भारी बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त.

बागेश्वर जिले में बीती देर रात से लगातार बारिश जारी है. जिले के कपकोट क्षेत्र में 117 मिमी बारिश और गरुड़ में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. सरयू नदी खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही है. भारी बारिश से कपकोट के झटक्वाली के पास भारी मलबा आने से सड़क बंद हो गया है. जिससे स्कूली बच्चों समेत आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई जगहों पर बिजली लाइनों पर पेड़ गिरने से आपूर्ति ठप है.

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उधर, देवलचोरा के पास सड़क पर मलबा आने से कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए. गनीमत ये रही कि वाहनों में कोई सवार नहीं थे. बारिश से गरुड़ में दो मकान, कपकोट और कांड में एक-एक मकान ध्वस्त हो गए हैं. जबकि, 15 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बाधित है. जेसीबी मशीनों के द्वारा सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे ना जाने की अपील की है. आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है.

Intro:एंकर-बीती देर रात से जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश से जिले की 15 सड़कें बंद पड़ी हैं। वहीं 4 मकान ध्वस्त हुए हैं। सरयू और गोमती नदियां उफान पर हैं। प्रशासन ने सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रखा है।
वीओ- जिले में लगातार देर रात से बारिश हो रही है। जिले के कपकोट क्षेत्र में 117 मिमी बारिश और गरुड़ में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। सरयू नदी खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही है। कपकोट क्षेत्र में भारी बारिश से झटक्वाली के पास सड़क पर भारी मालवा आया है। जिससे स्कूली बच्चों समेत आम लोगों को भारी दिक्कत उठानी पड़ रही है। वहीं देवलचोरा के पास सड़क पर मलवा आने से कई वाहन मलवे की चपेट में आ गए। गनीमत रही कि वाहन सड़क किनारे खड़े थे। वाहनों में कोई सवारी नहीं नहीं थी। वहीं बारिश से गरुड़ में दो मकान, कपकोट और कांड में एक-एक मकान ध्वस्त हो गया है। बारिश के चलते 15 सड़को पर यातायात पूरी तरह से बाधित है। वहीं गोमती नदी में एकाएक जलस्तर बढ़ने से एक गाय फंस गई। गाय को रेस्क्यू करने के लिए फायर सर्विस के कर्मी पहुंचे। लेकिन गाय नदी के तेज बहाव में बह गई। जिला प्रशासन ने लोगो को नदी किनारे न जाने की अपील की है। वहीं कपकोट क्षेत्र में हो रही तेज बारिश को देखते हुए सुरक्षा
को देखते हुए अपने स्वविवेक से छुटी करने के आदेश दिए हैं। आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। जेसीबी मशीनों द्वारा सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। तेज बारिश के चलते कई जगहों पर बिजली लाइनों में पेड़ गिरने से विधुत आपूर्ति भी बाधित है। कांडा और रीमा क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में बीती रात से बिजली गुल है।Body:वीओ- जिले में लगातार देर रात से बारिश हो रही है। जिले के कपकोट क्षेत्र में 117 मिमी बारिश और गरुड़ में 60 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। सरयू नदी खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही है। कपकोट क्षेत्र में भारी बारिश से झटक्वाली के पास सड़क पर भारी मालवा आया है। जिससे स्कूली बच्चों समेत आम लोगों को भारी दिक्कत उठानी पड़ रही है। वहीं देवलचोरा के पास सड़क पर मलवा आने से कई वाहन मलवे की चपेट में आ गए। गनीमत रही कि वाहन सड़क किनारे खड़े थे। वाहनों में कोई सवारी नहीं नहीं थी। वहीं बारिश से गरुड़ में दो मकान, कपकोट और कांड में एक-एक मकान ध्वस्त हो गया है। बारिश के चलते 15 सड़को पर यातायात पूरी तरह से बाधित है। वहीं गोमती नदी में एकाएक जलस्तर बढ़ने से एक गाय फंस गई। गाय को रेस्क्यू करने के लिए फायर सर्विस के कर्मी पहुंचे। लेकिन गाय नदी के तेज बहाव में बह गई। जिला प्रशासन ने लोगो को नदी किनारे न जाने की अपील की है। वहीं कपकोट क्षेत्र में हो रही तेज बारिश को देखते हुए सुरक्षा
को देखते हुए अपने स्वविवेक से छुटी करने के आदेश दिए हैं। आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। जेसीबी मशीनों द्वारा सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। तेज बारिश के चलते कई जगहों पर बिजली लाइनों में पेड़ गिरने से विधुत आपूर्ति भी बाधित है। कांडा और रीमा क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में बीती रात से बिजली गुल है।Conclusion:
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