बागेश्वर: 18 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम प्रधान संगठन एक बार फिर से मुखर हो गए हैं. उनके द्वारा एक फरवरी को 18 सूत्रीय मांगों को लेकर ब्लॉक कार्यालय में ताला जड़ा गया. बता दें कि उनके द्वारा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया गया है. ग्राम प्रधान संगठन का कहना है कि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. इसके साथ ही उनके द्वारा खंड विकास अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भी भेजा गया.
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बता दें कि ग्राम प्रधान संगठन लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाता रहा है. ग्राम प्रधान संगठन ने ब्लॉक कार्यालय में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ग्राम प्रधान संगठन के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा 18 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. सरकार के द्वारा वादाखिलाफी की जा रही है. वादाखिलाफी को देखते हुए उनके द्वारा ब्लॉक कार्यालयों में प्रदर्शन किया गया है और ताले भी जड़े गए. अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. इस मौके पर करीब 4 दर्जन ग्राम प्रधान मौजूद रहे.
ये हैं ग्राम प्रधानों की मांगें: ग्राम प्रधान संगठन केंद्रीय वित्त की वर्ष 2022-23 की किश्त को शीघ्र मुक्त करने, कोरोना काल में सरकार द्वारा की गई घोषणा के अनुरूप ग्राम प्रधानों को ₹10,000 प्रोत्साहन राशि दिए जाने, मनरेगा कार्यों में भुगतान की समस्या का निस्तारण करने, मनरेगा योजना में अकुशल श्रमिकों को ₹400 तथा कुशल श्रमिकों को ₹600 प्रतिदिन मजदूरी देने की मांग कर रहा है. कोरोना काल को देखते हुए प्रधानों का कार्यकाल 2 वर्ष बढ़ाने, ग्राम प्रधानों को विधायकों और सांसदों की भांति पेंशन दिए जाने तथा विकास खंड में कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्तियां किए जाने की मांग भी की जा रही है.