बागेश्वर: जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने गुरुवार को जिले के अंतिम और दूरस्थ गांव खाती का भ्रमण किया. जिलाधिकारी ने 12 किमी की पैदल दूरी तय कर गांव की योजनाओं और निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. उसके बाद 12 किमी पैदल वापसी की भी दूरी तय की. जाहिर है कि डीएम ने गांव तक पहुंचने के लिए किसी भी साधन की सहायता नहीं ली. उन्होंने ऐसा कर ग्रामीण की समस्याओं की जमीनी हकीकत को महसूस किया. वहीं जिलाधिकारी ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हो रहे कार्यों की जानकारी ली. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को गांव की समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश दिए.
डीएम ने सुनी लोगों की समस्याएं
बागेश्वर जिले के पिंडारी ग्लेशियर मार्ग का अंतिम गांव खाती सौंदर्य और पर्यटन की दृष्टि से अहम होने के साथ ही आपदा की दृष्टि से भी बेहद संवेदनशील है. यहां पर मॉनसून और बर्फबारी के चलते ग्रामीणों के जनजीवन पर काफी असर पड़ता है. आजादी के सात दशक बाद भी गांव सड़क मार्ग से नहीं जुड़ा है. जिससे लोगों को आवागमन में अधिक परेशानी होती है. डीएम रंजना राजगुरु ने इन समस्याओं को देखते हुए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अधिकारी से खाती तक जल्द सड़क का निर्माण कार्य कराने के आदेश दिए. उन्होंने पिंडारी ग्लेशियर और सुंदरढूंगा ट्रेकिंग रूट पर साइन बोर्ड लगवाने को कहा.
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समस्याओं के निस्तारण का दिया भरोसा
साथ ही रास्ते में जगह-जगह सार्वजनिक शौचालय बनवाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि खाती गांव में पर्यटन ही आजीविका का मुख्य स्रोत है. कोरोनाकाल में पर्यटन प्रभावित होने से लोगों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है. उन्होंने आजीविका से जुड़े विभागों से मजबूत रणनीति बनाकर ग्रामीणों को रोजगारपरक योजनाओं से जोड़ने को कहा. बताते चलें कि भ्रमण के दौरान ग्राम प्रधान ने गांव में बिजली समस्या के बारे में बताया. जिसपर डीएम ने कहा कि पोल और लाइन बिछने के बावजूद अब तक गांव अंधेरे में हैं. जिसपर डीएम ने उरेडा और यूपीसीएल से समन्वय बनाकर समस्या के जल्द निस्तारण के निर्देश दिए. उन्होंने खाती गांव को संचार सेवा से जोड़ने के लिए भी ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए. इस दौरान एसडीएम प्रमोद कुमार, डीडीओ केएन तिवारी, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चंद्र आर्या, ईई अनिल कुमार, नायब तहसीलदार पूजा शर्मा आदि मौजूद रहे.
हंस फाउडेंशन के अस्पताल का किया निरीक्षण
भ्रमण के दौरान डीएम रंजना राजगुरु ने हंस फाउंडेशन के माध्यम से संचालित पीएससी का निरीक्षण कर सुविधाओं की भी जानकारी ली. अस्पताल में तीन डाॅक्टर, दो आयुष डाॅक्टर, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन और एएनएम ड्यूटी पर हैं. डाॅक्टरों ने बताया कि अस्पताल में लाॅकडाउन के दौरान तीन सुरक्षित प्रसव कराए गए. डीएम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया. वहीं डाॅक्टर और स्टाफ से पूरे मनोयोग से कार्य करने को कहा. जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने इस प्रकार जिले का निरीक्षण कर अपने पद के गौरव को बढ़ाया है.