बागेश्वरः उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उत्तरायणी मेले का शुभारंभ करने के लिए बागेश्वर से बाबा बागनाथ की दिव्य ज्योति रवाना हो गई है. लखनऊ के पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में 15 जनवरी को मेला शुरू होगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बागनाथ से ले जाई गई ज्योति से दीप जलाकर उत्तरायणी मेले का शुभारंभ करेंगे.
गौर हो कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले 16 सालों से पर्वतीय महापरिषद् उत्तरायणी मेले का आयोजन करती आ रही है. साल 2016 से आयोजकों ने बाबा बागनाथ से ज्योति ले जाकर मेले की शुरूआत करने की परंपरा शुरू की. इतना ही नहीं इसे कोरोनाकाल में भी जारी रखा गया. इस बार यह कौतिक खास होने जा रही है. आयोजक कमेटी के धार्मिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी नवीन जोशी और दिनेश जोशी आज दिव्य ज्योति लेने बागेश्वर पहुंचे. जहां बागनाथ मंदिर प्रबंधन समिति ने उनका जोरदार स्वागत किया.
ज्योति लेने आए दल ने सुबह सरयू नदी के पावन जल में स्नान कर बाबा बागनाथ के दर्शन किया. इसके बाद दल ने बागनाथ मंदिर के भीतर जलने वाले मुख्य दीपक से ज्योति ली. इसे शीशे के बॉक्स में सुरक्षित रखकर लखनऊ ले गए. पर्वतीय महापरिषद के सदस्य नवीन जोशी ने बताया कि 14 जनवरी की शाम को दिव्य ज्योति लखनऊ पहुंचेगी. जो शुभारंभ के बाद मेला समापन तक अखंड रूप से जलती रहेगी. मेला समापन के बाद ज्योति को पास के मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा.
वहीं, बागेश्वर के बागनाथ मंदिर कमेटी के संरक्षक रतन सिंह रावल ने बताया कि उत्तरायणी मेले में बागेश्वर का विशेष स्थान है. ये अच्छी बात है कि अब लखनऊ में होने वाले मेले में भी उत्तराखंड की संस्कृति और लोक कला का प्रचार प्रसार किया जाता है. इससे उत्तर प्रदेश के लोग भी उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे. खास बात ये है कि इस मेले में उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा को करीब से महसूस कर सकेंगे.
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