बागेश्वरः विजयपुर के धौलीनाग मंदिर में ऋषि पंचमी पर्व के मौके पर एक दिवसीय मेले का भव्य आयोजन किया गया. इस दौरान मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. मेले में क्षेत्र के 22 गांवों के लोग नाग देवता की पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे और सुख समृद्धि की कामना की. सांस्कृतिक कार्यक्रम और भंडारे के बाद इस मेले का समापन हुआ.
बता दें कि, विजयपुर में धौलीनाग देवता को समर्पित एक पौराणिक मंदिर है. ये मंदिर एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है. हालांकि, मंदिर में रोजाना पूजा होती है, लेकिन कुछ खास मौकों पर काफी भीड़ रहती है. नवरात्र की पंचमी में धपोलासेरा के ग्रामीण 22 फीट लंबी चीड़ के छिलकों से बनी मशाल लेकर रात में मंदिर में पहुंचते हैं.
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माना जाता है कि जब धौलीनाग भगवान इस पहाड़ी में आए तो उन्होंने ग्रामीणों को आवाज देकर अपने पास बुलाया था. आवाज सुनकर रात में ही धपोलासेरा के धपोला लोग 22 फीट लंबी चीड़ के छिलके से बनी जलती मशाल को हाथ में लेकर मंदिर क्षेत्र में पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें पंचमी के नवरात्र पर्व पर एक दिव्यशिला मिली थी. उन्होंने शिला को शक्ति रूप में स्थापित कर दिया था. जिसके बाद से ही ये परंपरा आज भी बदस्तूर निभाई जाती है.