बागेश्वर: कांडा तहसील क्षेत्र में दानूथल के समीप के जंगल में 26 मार्च की सुबह तीन ग्रामीण हरीश, रमेश और जीवन शाही का शिकार करने के लिए मिट्टी की गुफा के अंदर गए थे. इस दौरान गुफा में मिट्टी का टीला गिरने से तीनों गुफा में दब गए. जिसमें पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से हरीश और रमेश को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन जीवन गुफा में काफी अंदर फंस गया था.
जिसके बाद कपकोट एसडीआरएफ टीम को रेस्क्यू का कार्य सौंपा गया. एसडीआरएफ ने जेसीबी व पोकलैंड मशीन की मदद से आज 53 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जीवन को गुफा से निकाला. जिसके बाद डॉक्टर ने जांच कर जीवन को मृत घोषित कर दिया.
ये भी पढ़े: कोरोना संकट: अन्य राज्यों में फंसे उत्तराखंडियों को लेकर हरदा ने CM त्रिवेंद्र से की अपील
गुफा में दबे जीवन को निकालने में एसडीआरएफ को कड़ी मशकत करनी पड़ी. ग्रामीण पैर में रस्सी बांध कर गुफा में उतरा था. उसी रस्सी के सहारे एसडीआरएफ ने जेसीबी मशीन से खुदाई करनी शुरू की, लेकिन गुफा में अत्यधिक गहराई में फंसे होने के चलते पोकलैंड मंगवाई गयी. जिसके बाद पोकलैंड से खुदाई कर गुफा में दबे ग्रामीण के शव को 53 घण्टों बाद निकाला गया.