बागेश्वर: जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते लोगों का जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. बागेश्वर में 100 एमएम, गरुड़ में 95 एमएम व कपकोट क्षेत्र में 86 एमएम बारिश हुई है. लगातार बारिश से सरयू और गोमती नदियां खतरे के निशान से काफी करीब पहुंच गई हैं. स्थानीय प्रशासन ने नदी किनारे रह रहे लोगों को सतर्क रहने के लिए अलर्ट जारी किया है.
लगातार हो रही बारिश से नदी नालों में रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. गरुड़ क्षेत्र में तीन गांव को जोड़ने वाला पुल नदी के उफान के चलते बह गया. जिससे ग्रामीणों की समस्या बढ़ काफी गयी है. जिले में तकरीबन 40 सड़कें बंद हैं. कपकोट में सबसे ज्यादा 23 सड़कों में लैंडस्लाइड आने से व पेड़ गिरने से लगभग 42 गांव प्रभावित हुए हैं. वहीं, पांच सड़कें मलबा आने से बंद हैं. वहीं, गरुड़ क्षेत्र में भी बारिश कहर बरपा रही है. यहां 12 सड़कों में जबरदस्त लैंडस्लाइड हुआ है. लगभग 20 मकानों में दरार आ गयी है. तिलसारी, मटे व नर्गवाड़ी और उड़खुली गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. एक दर्जन गौशाला टूट गई हैं.
ये भी पढ़ें: सरयू के तेज बहाव में बहा एक व्यक्ति, जिला मुख्यालय से टूटा 30 गांवों का संपर्क
आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि जिले में भारी बारिश के चलते 40 सड़कें बंद हैं. जिनमे से दो सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया है. अन्य सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं. उन्होंने बताया कि आरे, झटक्वाली, तिलसरी आदि क्षेत्रों में कई मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. सबंधित पटवारियों को मौके का मुआयाना करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है. वहीं, उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 14 अगस्त तक जिले में भारी बारिश की संभावना जताई गयी है.