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महिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा बदहाल, पानी के लिए तरस रहे मरीज और तीमारदार

महिला जिला अस्पताल में अल्मोड़ा के साथ बागेश्वर समेत दूर दराज के गर्भवती महिलाएं रोजाना काफी संख्या में इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन मरीजों की संख्या के हिसाब से यहां पर पर्याप्त डॉक्टर तैनात नहीं है.

महिला जिला अस्पताल अल्मोड़ा
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Published : May 7, 2019, 9:57 PM IST

अल्मोड़ाः सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छिपा नहीं है. सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था इस कदर बदहाल हैं कि ना तो पर्याप्त डॉक्टर हैं ना ही संसाधन. ऐसे में मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पाता है. इसी क्रम में महिला जिला अस्पताल में इनदिनों पानी की काफी किल्लत देखने को मिल रही है. पानी ना आने से वार्डों में भर्ती मरीजों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है.

जानकारी देते तीमारदार और प्रभारी सीएमएस हरीश गर्ब्याल.


बता दें कि महिला जिला अस्पताल में अल्मोड़ा के साथ बागेश्वर समेत दूर दराज के गर्भवती महिलाएं रोजाना काफी संख्या में इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन मरीजों की संख्या के हिसाब से यहां पर पर्याप्त डॉक्टर तैनात नहीं है. इतना ही नहीं यहां पर संसाधनों के अलावा जरूरी सुविधाओं का भी अभाव है. आलम ये है कि गर्भवती महिलाओं को हल्द्वानी या अन्य जगहों के लिए रेफर कर दिया जाता है.

ये भी पढ़ेंः अच्छी खबरः देहरादून से मुंबई के लिए कल से भरीये उड़ान


वहीं, अस्पताल में जिन मरीजों का इलाज किया जाता है, उन्हें भी पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाती है. इन दिनों महिला अस्पताल में पानी की समस्या बनी हुई है. पानी ना मिलने से मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में पानी की काफी किल्लत है. ऐसे में वो पानी खरीदकर काम चला रहे हैं. साथ ही कहा कि अस्पताल में दवाईयां ना होने से मरीजों को बाहर से मंगानी पड़ रही है.

अल्मोड़ाः सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छिपा नहीं है. सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था इस कदर बदहाल हैं कि ना तो पर्याप्त डॉक्टर हैं ना ही संसाधन. ऐसे में मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पाता है. इसी क्रम में महिला जिला अस्पताल में इनदिनों पानी की काफी किल्लत देखने को मिल रही है. पानी ना आने से वार्डों में भर्ती मरीजों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है.

जानकारी देते तीमारदार और प्रभारी सीएमएस हरीश गर्ब्याल.


बता दें कि महिला जिला अस्पताल में अल्मोड़ा के साथ बागेश्वर समेत दूर दराज के गर्भवती महिलाएं रोजाना काफी संख्या में इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन मरीजों की संख्या के हिसाब से यहां पर पर्याप्त डॉक्टर तैनात नहीं है. इतना ही नहीं यहां पर संसाधनों के अलावा जरूरी सुविधाओं का भी अभाव है. आलम ये है कि गर्भवती महिलाओं को हल्द्वानी या अन्य जगहों के लिए रेफर कर दिया जाता है.

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वहीं, अस्पताल में जिन मरीजों का इलाज किया जाता है, उन्हें भी पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाती है. इन दिनों महिला अस्पताल में पानी की समस्या बनी हुई है. पानी ना मिलने से मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में पानी की काफी किल्लत है. ऐसे में वो पानी खरीदकर काम चला रहे हैं. साथ ही कहा कि अस्पताल में दवाईयां ना होने से मरीजों को बाहर से मंगानी पड़ रही है.

Intro:अल्मोड़ा महिला जिला अस्पताल में बदहाल व्यवस्थाओ से यहाँ आने वाले दूर दराज के मरीजो को खासा दिक्कक्तो का सामना करना पड़ता है। आलम यह है कि हॉस्पिटल में डॉक्टरो की कमी के कारण मरीजो को न ही समय पर इलाज मिल पा रहा है। और जिनको जैसे तैसे मिल भी रहा है वो मरीज पर्याप्त व्यवस्थाओ के ना होने से परेशान हो रहे है। गर्मी का मौसम आते ही यहाँ पानी की तक किल्लत देखने को मिल रही है। पानी न आने से वार्डो में भर्ती मरीजों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं हो पा रहा है।


Body:गौरतलब है कि अल्मोड़ा का महिला जिला अस्पताल में रोजाना भारी संख्या में गर्भवती महिलाओं का तांता लगा रहता है। यहाँ अल्मोड़ा के साथ बागेश्वर समेत दूरदराज के मरीज इलाज के लिए पहुचते है। लेकिन भारी संख्या में पहुच रहे मरीजो के इलाज के लिए न ही यहाँ पर्याप्त डॉक्टर उपलब्ध है और न ही जरूरी सुविधाएं। आलम यह है कि गर्भवती महिलाओं को आखिर में यहां से हल्द्वानी या अन्य जगहों में रेफर कर दिया जाता है। वही जिन मरीजो का यहाँ इलाज किया जाता है उन्हें पर्याय सुविधाएं तक नही मिल पाती। इन दिनों महिला अस्पताल में पानी की समस्या बनी हुई है। पानी न मिलने से मरीज और उनके तीमारदारो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोगो का कहना है कि सरकारी अस्पताल में पानी की किल्लत तो है ही साथ ही सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को दवाईया तक बाहर से मंगाई जा रही है।

बाइट 1 सुमित तिवारी, मरीज का तीमारदार
बाइट 2 बलवंत,आम जनता
बाइट 3 हरीश गर्ब्याल, प्रभारी सीएमएस




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