अल्मोड़ा: ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर प्रशासन ने गांवों के लिए विलेज निगरानी समिति बनाई गई है. ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में बनाई गई यह टीम गांवों में कोरोना से निपटने के लिए काम रही है. साथ ही गांवों में कोरोना के मामलों की रिपोर्ट प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को देगी. जनपद में कुल 1169 ग्राम सभाएं और 16674 गांव हैं. हर ग्राम सभा मे कोविड से निपटने के लिए यह निगरानी समिति बनाई गई है.
इस निगरानी समिति का कार्य गांवों में कोरोना के बढ़ते प्रसार को कम करना है. यह गांवों में कोरोना संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन किट देने, बाहर से आ रहे प्रवासियों को होम क्वारंटाइन करने, संक्रमित स्थानों को सैनिटाइज करने के अलावा कोरोना की रिपोर्ट प्रशासन को देगी.
डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के रोकथाम के लिए निगरानी समिति बनाई गई है. यह निगरानी समिति कोरोना की रोकथाम के लिए लगाए गए कोविड कर्फ्यू का अनुपालन भी ग्रामीण क्षेत्रों में कर रही है. इसके अलावा गांवों में कोरोना की स्थिती की जानकारी देने की जिम्मेदारी भी इस निगरानी समिति को दी गयी है. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा लगाए गए कोविड कर्फ्यू का जिले में अब काफी सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है. पहले की तुलना में संक्रमण का असर अब घटने लगा है.
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एसएसपी ने ली थाना प्रभारियों की बैठक
अल्मोड़ा एसएसपी पंकज भट्ट ने जिले के सभी थाना प्रभारियों के साथ मासिक अपराध की समीक्षा बैठक की. कोरोना के चलते यह अपराध बैठक वर्चुअल आयोजित की गई, जिसमें एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को कोरोना के रोकथाम के लिए कर्फ्यू का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए.
एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि कोरोनाकाल में अपराध काफी कम हो गए हैं, लेकिन पुलिस इस दौर में कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने में दिन रात जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में लोग अभी भी सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ा रहे हैं. इसी को लेकर आज सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह कोरोना से बचाव के लिए नियमो का सख्ती से पालन करवाएं.