अल्मोड़ा: सोमवार को जिला कार्यालय में एडीएम बीएल फिरमाल के नेतृत्व में गेस्ट टीचरों की नियुक्ति प्रक्रिया आयोजित की गई. इस दौरान विद्यालयों में नियुक्ति पाने के लिए गेस्ट टीचरों की बड़ी भीड़ कलक्ट्रेट में उमड़ी. गेस्ट टीचरों ने अपनी मांगों को लेकर एडीएम का घेराव किया.
गेस्ट टीचरों ने 14 व 15 फरवरी को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के समय मांगे गए पांच वैकल्पिक स्कूलों के इतर स्कूल आवंटन किए जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने इसे अपने साथ अन्याय बताया. नियुक्ति बोर्ड पर पूर्व में मांगे गये विकल्प वाले स्कूलों को दरकिनार कर बिना मेरिट के अपनी मनमानी से नए विद्यालय आंवटित करने का आरोप लगाया.
यह भी पढ़ें-बंद घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाला शातिर चढ़ा पुलिस के हत्थे, तीन फरार
गुस्साए गेस्ट टीचरों ने कहा कि सारे विद्यालय की रिक्तियों की लिस्ट बाहर लगानी चाहिए. उन्होंने मेरिट के आधार पर नियुक्ति दिए जाने की मांग उठाई. उन्होंने जिला स्तरीय नियुक्ति बोर्ड पर चहेतों के लिए सुगम विद्यालयों को रखने का आरोप लगाया. साथ ही मामले में कार्रवाई की मांग की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बोर्ड ने अपनी मनमानी जारी रखी तो काउंसिलिंग का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा.
वहीं पूरे मामले में प्रभारी सीईओ हर्ष बहादुर चंद ने गेस्ट टीचरों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार अस्थाई गेस्ट टीचरों की नियुक्ति अत्यधिक अवश्यकता वाले विद्यालयों में की जा रही है. उन्होंने बताया कि एलटी के 81 पदों एवं प्रवक्ता के 343 पदों के लिए काउंसिलिंग आयोजित की जा रही है.